शुक्रवार, 19 नवंबर 2021

झांसी पहुंचे पीएम मोदी, कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

 

झांसी पहुंचे पीएम मोदी, कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन


By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी ।। लखनऊ












लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश में हैं। बुदेंलखंड के बाद शाम को वो झांसी पहुंचे हैं। झांसी में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटली नेशनल वॉर मेमोरियल में डिजिटल स्क्रीन और अन्य सुविधाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक कियोस्क राष्ट्र को समर्पित किया, जो आने वालों को बटन के साधारण क्लिक के माध्यम से शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने का मौका देगा। झांसी में मोदी ने यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के झांसी नोड में भारत डायनामिक्स लिमिटेड की रक्षा उपकरण इकाई एवं अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क का शिलान्यास और अटल एकता पार्क का लोकार्पण भी किया है।

पीएम मोदी ने झांसी में कहा, शौर्य और पराक्रम की पराकाष्ठा हमारी रानी लक्ष्मीबाई जी का जन्मजयंती है। आज झासी की ये धरती आजादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन रही है। आज इस धरती पर एक नया, सशक्त और सामर्थ्यशाली भारत आकार ले रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा, आज मैं झांसी के बेटे मेजर ध्यानचंद को याद करना चाहता हूं, जिन्होंने भारतीय खेलों को दुनिया भर में पहचान दिलाई। कुछ समय पहले, हमारी सरकार ने खेल रत्न पुरस्कारों का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा है।

झांसी में प्रधानमंत्री ने औपचारिक तौर पर स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित उपकरणों को सशस्त्र बलों के सेवा प्रमुखों को सौंपा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झांसी में एचएएल के लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर भारतीय वायु सेना को सौंपे,डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और बीईएल द्वार निर्मित एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट भारतीय नौसेना को सौंपे, और भारतीय स्टार्टअप द्वारा विकसित ड्रोन/यूएवी भारतीय सेना को सौंपे। झांसी में उन्होंने करीब 3400 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात दी है।

झांसी पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले झांसी के किले पर पहुंचे। झांसी के किले में बालिका एनसीसी कैडेट्स की एक टुकड़ी से पीएम ने मुलाकात की। पीएम मोदी ने यहां एनसीसी के पूर्व छात्र संघ का शुभारंभ भी किया और इसके पहले सदस्य बने। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पीएम के साथ रहे।

संस्कृत भाषा रुग्णवस्था में है उपचार की जरूरत है स्वामी विवेकानंद

 संस्कृत भाषा रुग्णवस्था में है उपचार की जरूरत है स्वामी विवेकानंद

संस्कृत भाषा के माध्यम से वैदिक संस्कृति का संपूर्ण विश्व में प्रचार

संस्कृत भारती का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ


By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ















मेरठ ।संस्कृत भाषा रुग्ण अवस्था में है इसको उपचार की जरूरत है संस्कृत भारती के राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से इस रोग का उपचार किया जा सकता है संस्कृत भारती का कार्य संस्कृत भाषा के माध्यम से वैदिक संस्कृति को संपूर्ण विश्व प्रसारित करना है जो कहती है कि एक मनुष्य दूसरे मनुष्य को सब ओर से रक्षा करें जब व्यक्ति स्वस्थ होता है तो उसकी शारीरिक अवस्था या आंतरिक प्रस्ताव के विषय में कोई कुछ नहीं पूछता लेकिन रुग्ण अवस्था में उसको सब पूछते हैं यह बात नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षा ग्रह मैं संस्कृत भारती के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर गुरुकुल प्रभात आश्रम के कुलपति स्वामी विवेकानंद जी महाराज ने कही।।

महाभारत में भगवान श्री कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नितीश भारद्वाज आ नहीं पाए इसीलिए ऑनलाइन माध्यम से उन्होंने अपनी बात रखें उन्होंने कहा कि मेरठ में शैल्य चिकित्सा के कारण नहीं पहुंच पाया अभी भी मुझसे बैठने में तकलीफ है वरना मैं जरूर आता कार्यक्रम को बहुत मिस कर रहा हूं. उन्होंने कहा कार्यक्रम से जो भी परिणाम निकलता है मेरे लायक जो भी सेवा हो मैं संस्कृत के लिए करूंगा इस संस्था के सदस्य के रूप में कार्य करूंगा. उन्होंने कहा जब संस्कृत शब्द को सोचते हैं आंखें बंद करते हैं तो आंखों के सम्मुख भागवत धर्म शास्त्र रामायण पंचतंत्र समूचा भारत का साहित्य इसी भाषा में मिलता है. संस्कृत भाषा की उपस्थिति देश और विदेशों में दिखती है तो चाय तिब्बतो थाईलैंड हो नेपाल हो जापान हो या मलेशिया. उन्होंने कहा संस्कृत ऐसी जीवंत भाषा परिपूर्ण भाषा है जिसमें व्यंजन स्वर्ण और संधि विग्रह सभी है किंतु खेद है कि एक समय में जीवन की रहने वाली भाषा आज अपने ही देश में जीवंत नहीं है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि संस्कृत को अर्थ से जोड़ना होगा जो कि संस्कृत में रोजगार उपलब्ध कराने से संभव होगा अर्थ को भारतीय संस्कृति के मूलाधार पुरुषार्थ चतुष्टम में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। एशिया के कई देशों में संस्कृत संस्कृत भाषा को प्रमुख स्थान दिया जाता है हमें अपनी संस्कृति को भूलना नहीं चाहिए और दोबारा से संस्कृत के उत्थान के लिए काम करना चाहिए यह भाषा हमारी संस्कृति को पहचान दिलाती है. उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष डॉ वाचस्पति मिश्र ने सभी का स्वागत किया और कहा कि उत्तर प्रदेश के समस्त विद्यालयों संस्कृत विषय को अनिवार्य रूप से पढ़ाने हेतु सरकार के साथ मिलकर प्रयास करने का प्रण लिया। 

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के निदेशक आईएएस पवन कुमार ने कहा कि विगत 4 वर्षों में संस्थान ने संस्कृत के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किए हैं निशुल्क प्रशासनिक सेवा की कोचिंग संस्कृत के विद्यार्थियों के लिए शुरू की है गत वर्ष 8 छात्र संस्कृत के पीसीएस में चयनित हुए मिस्ड कॉल सेवा द्वारा 80000 लोगों ने संस्कृत सीखने हेतु रजिस्ट्रेशन कराया। 

संस्कृत भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्रीश देव पुजारी ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य संस्कृत भाषा के कार्य को बढ़ाने के साथ-साथ संस्कृत शिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाने की रूपरेखा तैयार करना है आगामी वर्षों में संस्कृत भारती के कार्य को खंड एवं बस्ती स्तर तक अर्थात ग्रामों में संस्कृत भाषा का प्रशिक्षण कराने का लक्ष्य रखा गया है। 

संस्कृत भारती के मेरठ प्रांत अध्यक्ष प्रोफेसर पवन शर्मा ने मेरठ जनपद का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए क्रांति की भूमि कहां और संस्कृत भाषा के उन्नयन हेतु संस्कृत संभाषण के माध्यम से एक नई क्रांति लाने का आह्वान किया। इस दौरान एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया। 

संस्कृत भारती के पालक अधिकारी श्री सुरेश सोनी जी भी मौजूद रहे । सम्मेलन में पूरे देश भर से 600 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा इस दौरान प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह कुल अनु शासक प्रोफेसर वीरपाल डॉ राजेंद्र पांडे डॉक्टर नरेंद्र पांडे सहित विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक मौजूद रहे।

एनसीसी कैडेट्स ने कुलपति डा. जी.के थापलियाल को दिया गार्ड ऑफ ऑनर

 


एनसीसी कैडेट्स ने कुलपति डा. जी.के थापलियाल  को दिया गार्ड ऑफ ऑनर

प्रशिक्षण शिविर  में सेना में प्रयोग किए जाने चिन्ह एवं सीखे आग बुझाने के तरीके।

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी ।। मेरठ














मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालयम में चल रहे सात दिवसीय 70 यू.पी. बटालियन एन.सी.सी. मेरठ के तत्वाधान में प्रशिक्षण शिविर सी.ए.टी.सी  258 के पांचवे दिन प्रात कालीन सत्र में कैडेट्स को योगा का अभ्यास कराया गया। तत्पश्चात नायब सूबेदार बिशांबर सिंह के नेतत्व में सी.एच.एम. जगदीश राज एवं हवलदार घार सिंह ने कैडेट्स को ड्रिल का दैनिक अभ्यास कराते हुए तेज चाल एवं  मार्च पास्ट का कठिन अभ्यास कराया।  कैंप कमांडेंट कर्नल मनीष धवन ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण कर कैडेट्स को ड्रिल से होने वाले फायदो से अवगत कराया।

सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डा.जी.के. थापलियाल को कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया। जीटीबी प्रेक्षागृह में अपने संबोधन में कुलपति डा. जी.के. थापलियाल ने कैडेट्स को अनुशासन, टर्न आउट एवं ड्रिल की भूरी भूरी प्रसंशा करते हुए सदैव देश सेवा के मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एनसीसी के जवान हमेशा अपने अनुशासन, समय प्रबन्धन तथा राष्ट्रीयता के लिये पहचाने जाते है और सभी जवानों को चाहिए कि वह नैतिकता के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करे।

सुभारती विश्वविद्यालय के एनसीसी प्रभारी व शिक्षा संकाय के अध्यक्ष  डा. संदीप कुमार ने कहा कि एनसीसी के माध्यम से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को देश सेवा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सात दिवसीय शिविर में हर प्रकार से एनसीसी के जवानों को प्रशिक्षण देकर उन्हें दक्ष बनाया जाएगा।

गार्ड ऑफ ऑनर के उपरांत कैडेट्स को हवलदार राजेंद्र  सिंह एवं हवलदार मदन सिंह ने कैडेट्स को सशस्त्र सेना बलों के विषय में बारीकी से जानकारी देते हुए पेट्रोलिंग के प्रकार के विषय में अवगत कराया। इसके उपरांत कैडेट्स उसके प्रकार के विषय में जानकारी दी  गई । सूबेदार गौरी दत्त में कैडेट्स को सेना में प्रयोग किए जाने वाले चिन्हृं एवं उनकी बनावट के विषय में विस्तारपूर्वक अवगत कराया। इसके पश्चात मानिक चंद जैन ने नागरिकता एवं उसके प्रकार और आदर्श नागरिक के कर्तव्यों से अवगत कराते हुए एक आदर्श नागरिक बनने हेतु प्रेरित किया। अतिथि प्रवक्ता के रूप में अग्निशमन दल परतापुर से पधारे आफ.एस.एस.ओ. रविंद्र सिंह, फायर मैन संदीप कुमार एवं वाहन चालक योगेंद्र पल सिंह ने कैडेट्स को आग लगने पर आग से सुरक्षा एवं आग के प्रकार के विषय पर प्रकाश डालते हुए आग से बचाव करने के तरीके सिखाए। शिविर में मौजूद तृतीय वर्ष के बालक / बालिका कैडेट्स को कैंप एडुजेंट कैप्टन डा. अवधेश कुमार एवं सहयोगी एन.सी.सी. अधिकारी डा. अलका त्रिवेदी के नेतृत्व में नायब सूबेदार नरेश कुमार ने हवलदार सुभाष चंद एवं हवलदार दिनेश के साथ मिलकर फायरिंग के गुड  सिखाते हुए फायरिंग का अभ्यास कराया। सायंकालीन सत्र में कैडेट्सवको बॉलीबॉल, फुटबॉल एवं रस्साकसी आदि खेल खिलाए गए तथा संस्कृति कार्यकर्मों की तैयारी कराई गई।

कैम्प में कैम्प कमांडेंट कर्नल मनीष धवन, डिप्टी कैम्प कमाण्डेन्ट कर्नल रोहित कुमार कौशिक, कैम्प एडजुटेंट कैप्टन डॉ अवधेश कुमार, कैप्टन मानिक चंद जैन, एन.सी.सी. अधिकारी डा. अलका त्रिवेदी, शेफाली मल्होत्रा, सूबेदार गौरी दत्त, नायब सूबेदार बिशंबर सिंह, नायब सूबेदार नरेश कुमार, बी.एच.एम. बिस्वजीत दास, सी.एच.एम. जगदीश राज, हवलदार रणजीत सिंह, हवलदार संतोष कुमार, ने हवलदार मुथप्पा एच के, हवलदार टी निवासुल्लू, नायक पाटिल दिनेश, शिविर के प्रधान सहायक  राकेश रोशन, वरिष्ठ सहायक  सुरेश पराशर,  अमित शर्मा, कनिष्ठ सहायक हिमांशु यादव आदि उपस्थित रहे।

सुभारती विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया गया गुरूनानक देव का प्रकाश पर्व



सुभारती विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया गया गुरूनानक देव का प्रकाश पर्व

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ












मेरठ। उन्मुक्त भारत एवं स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान में गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व एवं रानी लक्ष्मीबाई की जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला में 500 निर्धन बच्चों को गर्म कपड़ों का वितरण एवं भण्डारे का आयोजन किया गया।

सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज ने गुरूनानक देव के प्रकाश पर्व पर देशवासियों को अपनी बधाई प्रेषित की। कार्यक्रम का शुभारम्भ इंडिया डायलस कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक सुखविंदर सिंह एवं खालसा हेल्प फ़ाउंडेशन के चेयरमेन हरप्रीत मान ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया।

संस्कृति विभाग के अध्यक्ष डा. विवेक संस्कृति ने अतिथियों को पटका पहनाकर एवं पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। अतिथियों में सिख समुदाय से जोगिंदर सिंह, रणजीत सिंह, अभिषेक चौधरी,  रविंद्र सिंह एवं  सुनील ठाकुर  मुख्य रूप से शामिल रहे। समारोह में  कुलदीप नारायण ने गुरुनानक देव  एवं रानी लक्ष्मीबाई के जीवन परिचय को विस्तारपूर्वक लोगों को बताया।

डा. विवेक संस्कृति ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सुभारती भारत के उन प्रमुख स्थलों में से एक है जहाँ हर पर्व एवं अवसर को उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सुभारती परिवार के प्रमुख डॉक्टर अतुल कृष्ण  की प्रेरणा से भारत के हर संत, मुनि, एवं महापुरूषों की जयंती व पुण्यतिथि को विश्वविद्यालय के संस्कृति विभाग द्वारा सुभारती दिवस के रूप में मनाकर विद्यार्थियों में अपने महापुरूषों के संस्कार रोपित किये जा रहे है।

मुख्य अतिथि सुखविंदर  ने सफल आयोजन के लिए संस्कृति विभाग को बधाई देते हुए कहा कि आज देश की युवा पीढ़ी को जिन भावों से भरने की आवश्यकता है उन्हें सुभारती बख़ूबी भर रहा है। विशिष्ट अतिथि  हरप्रीतमान साहब ने गुरुनानक देव एवं रानी लक्ष्मीबाई के जीवन से सीखने की बात पर ज़ोर देते हुए कहा की दोनो ही लोगों ने भारत की भूमि को अपने कर्मों से गौरवान्वित किया है। आज उनके विचारो को आत्मसात् करने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम में पधारे गणमान्य अतिथियों ने परिसर में चल रहे उन्मुक्त भारत के 1000 दिन लगातार भण्डारे की भी जमकर तारीफ़ की।कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सुभारती ग्रुप के संस्थापक डॉक्टर अतुल कृष्ण ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देहरादून से किया।इस अवसर पर हर्षमलिक, सतेंद्र कुमार, कुंवरपाल आदि का सहयोग रहा।

गरू पर्व पर प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया निर्णय स्वागत योग्य: अजय ग्रोवर

 गरू पर्व पर प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया निर्णय स्वागत योग्य: अजय ग्रोवर

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी। । मेरठ 











मेरठ। पंजाबी संगठन, मोदीनगर के अध्यक्ष श्री अजय ग्रोवर ने कहा कि गरूनानक देव साहब के प्रकाश पर्व पर देश के प्रधानमंत्री द्वारा तीनो बिलों को वापस लिए जाने का निर्णय स्वागत योग्य है। श्री गरूनानक देव साहब के 552वे प्रकाश पर्व की सभी को हार्दिक बधाई। गरू पर्व पर प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया निर्णय स्वागत योग्य: अजय ग्रोवर

पंजाबी संगठन, मोदीनगर के अध्यक्ष अजय ग्रोवर ने कहा कि गरूनानक देव साहब के प्रकाश पर्व पर देश के प्रधानमंत्री द्वारा तीनो बिलों को वापस लिए जाने का निर्णय स्वागत योग्य है। गरूनानक देव साहब के 552वे प्रकाश पर्व की सभी को हार्दिक बधाई। पंजाबी संगठन के सभी सदस्यों द्वारा गुरुद्वारों में पहुंच कर सेवा करी और सभी को गुरु पर्व की बधाई दी। इस मौक़े पर गुरुद्वारा कमेटी गोविंदपुरी द्वारा  अजय ग्रोवर, शी ललित अरोड़ा,  संजय नैयर, संजीव चौधरी,  विजय मेहरा  का सम्मान कर पटका पहनाया। आज पंजाबी संगठन मेरठ महानगर की तरफ से आर.के. क्रिएशन सेक्टर 3 मैं नगर कीर्तन का जोरदार स्वागत पुष्प वर्षा द्वारा किया गया।

जिसमें पंजाबी संगठन के प्रदेश संयोजक व मेरठ महानगर के अध्यक्ष पंकज जौली ,  कमल दत्त शर्मा ,प्रदेश प्रभारी अजय ग्रोवर , प्रदेश संयोजक  ललित अरोड़ा  , सचिव  राजकुमार मेहंदी रत्ता , महामंत्री  हेमंत चावला , उपाध्यक्ष लवनीश घई ,युवा मोर्चा अध्यक्ष  अभिनव अरोड़ा , मंत्री  कपिल गांधी , उपाध्यक्ष  विजय राठी  ,संगठन मंत्री  अतुल खुराना , महामंत्री युवा मोर्चा  रचित गुलाटी  , मंत्री  जितेंद्र घई  ,मंत्री  दीपक वाधवा  , नवजीत भाटिया  , शुभम गुप्ता  आदि उपस्थित रहे।

जो बाइडेन ने कमला हैरिस को सौंपी प्रेसिडेंट की पावर, जानें क्या है वजह

 

जो बाइडेन ने कमला हैरिस को सौंपी प्रेसिडेंट की पावर, जानें क्या है वजह


By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी ।। देश- विदेश

























वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आज उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति को कुछ समय के लिए सत्ता हस्तांतरित कर रहे हैं। जो बाइडेन की कॉलोनोस्कोपी होनी है, जो उनके हर साल होने वाले चेकअप का हिस्सा है। इस चेकअप के दौरान उनको बेहोश किया जाएगा। ऐसे में चेकअप के लिए जाने से पहले वो कमला हैरिस को इतने समय के लिए पावर सौंपकर जाएंगे।

उपराष्ट्रपति कमला हौरिस इस संक्षिप्त समय के दौरान वेस्ट विंग में अपने कार्यालय से काम करेंगी। राष्ट्रपति की गैरमौजूदगी में उपराष्ट्रपति के पास सभी ताकत होंगी। जो बाइडेन के इलाज के दौरान अगर कोई जरूरत पड़ती है तो कमला हैरिस अमेरिका राष्ट्रपति की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए इसी हैसियत से फैसले ले सकती हैं। बता दें कि अमेरिका में इससे पहले जॉर्ज डब्लू बुश के राष्ट्रपति रहते में भी ऐसा मौका आ चुका है जब एक मेडिकल कंडीशन के चलते उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति की शक्तियां सौंपी गई थीं।

उत्तराखंड राज्य सरकार ने खत्म किए सभी कोविड प्रतिबंध, ये दिशा-निर्देश रहेंगे जारी

 

उत्तराखंड राज्य सरकार ने खत्म किए सभी कोविड प्रतिबंध, ये दिशा-निर्देश रहेंगे जारी


By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी ।। देहरादून












देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने सभी तरह के कोविड प्रतिबंध को समाप्त कर दिया है। अब केवल केंद्रीय दिशा-निर्देश का पालन ही अनिवार्य होगा, जिसके उल्लंघन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। बता दें, राज्य सरकार ने 18 अक्टूबर को कोविड प्रतिबंध की एसओपी जारी की थी। इसमें शादी-विवाह से लेकर कार्यक्रमों में 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ ही बाहरी राज्यों से आने वालों के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता रखी गई थी।

यह कोविड प्रतिबंध 19 अक्टूबर से 20 नवंबर तक के लिए लागू किए गए थे। गुरुवार को मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू ने कोविड प्रतिबंध की एसओपी को निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया। इनमें से अब कोई भी नियम राज्य में लागू नहीं होगा। अब सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थल एवं सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करते समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक स्थानों पर छह फीट की दूरी रखना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना गैरकानूनी होगा, जिसके लिए निर्धारित जुर्माने के साथ दंड का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर पान, गुटखा, तंबाकू का सेवन प्रतिबंधित रहेगा।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...