रविवार, 13 जून 2021

सोमवार को नहीं होंगी साप्ताहिक बंदी सोमवार को भी खुलेंगे बाजार जिलाधिकारी।

 सोमवार को नहीं होंगी साप्ताहिक बंदी सोमवार को भी खुलेंगे बाजार जिलाधिकारी।

By - मेरठ खबर  सह सम्पादक। प्रवेश कुमार रोहतगी


सभी को अवगत कराना है अभी जिलाधिकारी मेरठ से हुई वार्ता के बाद निर्णय लिया गया है कि सोमवार को साप्ताहिक बन्दी नही होगी।






कल सोमवार को मेरठ जनपद के सभी बाजार सुबह 7 बजे से रात्रि 7 बजे तक खुलेंगे।सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों पर मास्क व डिस्टेन्स का पालन करते हुए कार्य करे।

नवीन गुप्ता अध्यक्ष

संयुक्त व्यापार संघ,मेरठ।

रक्तदाता ईश्वर स्वरूप

 रक्तदाता ईश्वर स्वरूप

By - मेरठ खबर।  सह संपादक। प्रवेश कुमार रोहतगी ।। मेरठ।

भारतीय संस्कृति में दान का विशेष महत्व रहा है ।फिर चाहे वह दान धन-संपत्ति, विद्या ,रक्त, शरीर अंग कुछ भी हो सकता है । रक्तदान एक महादान की श्रेणी में आता है यह यह दान मानवता की सच्ची मिसाल के रूप में कहा जा सकता है ।धन संपत्ति का दान लोकैशना की इच्छा से किया जा सकता है। लेकिन रक्तदान केवल जीवन की रक्षार्थ किया जाता है।

शरीरविज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्राप्त प्रसिद्ध वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन की याद में पूरे विश्व में यह दिवस मनाया जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक भारत में रक्त की आवश्यकता का केवल 75% ही उपलब्ध हो पाता था, लेकिन कोरोना महामारी में इस प्रतिशत में ओर कमी आई है। तेजी से बढ़ रही वैश्विक महामारी

 डॉ अमितेश कुमार शर्मा

प्रधानाचार्य

आई ए एम आर कॉलेज।

(कोरोना संक्रमण) के चलते रक्तदान शिविरों का आयोजन भी नहीं किया जाए हो पाया है ऐसे में अस्पतालों में रक्त की और भी कमी होना शुरू हो गई है। इस वैश्विक महामारी के घातक स्वरूप से हम सभी वाकिफ हैं। एक ऐसी महामारी जिसने सभी के जहन में खौफ पैदा किया हुआ है।जिससे हम रक्तदान करने से भी डरे हुए हैं। लेकिन हम सभी को यह जानना जरूरी है कि वर्तमान समय में रक्तदान का महत्व ओर भी बढ़ गया है। ऐसी स्थिति में हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम एक दूसरे का सहारा बनकर इस महामारी पर विजय प्राप्त करें। इसलिए रक्तदान अवश्य करें। व मानवता की रक्षार्थ स्वयं को समर्पित अवश्य करें ।रक्तदान के समय डरे नहीं वरन आवश्यक जानकारी प्राप्त करें ।जैसे= ,रक्तदान दोनों के शरीर से केवल एक यूनिट रक्त ही लिया जाता है । जबकि हमारे शरीर में औसतन 10 यूनिट तक रक्त होता है ।

रक्तदान की आयु सीमा 18 से 60 वर्ष है रक्तदाता का वजन, पल्स रेट ,ब्लड प्रेशर, बॉडी टेंपरेचर आदि चीजों के सामान्य पाए जाने पर ही रक्तदान किया जा सकता है ।

पुरुष 3 महीने में वह महिला 4 महीने के अंतराल में रक्तदान कर सकते हैं ।

यदि आप पूर्ण तरह स्वस्थ हैं आपको किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं है तो ही रक्तदान किया जा सकता है अन्यथा नहीं।

 रक्तदान केवल दान नहीं है यह महान दान जो किसी दुर्घटना ग्रस्त, बीमार, घायल या जानलेवा बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति के जीवन की रक्षा किया जाता है ।अतः जो व्यक्ति रक्तदान करने से पूर्णतया सक्षम हो उन्हें रक्तदान अवश्य करना चाहिए।

कुछ पंक्तियां मानवता पर्व के नाम":::::::::::::::::::::::::::::::

रक्तदान कर्तव्य है , करें सभी ये मिलकर पूर्ण ,

मानवता की रक्षा हेतु , आहुति दे संपूर्ण ।।


ईश्वर की जो देन हैं , रक्तदान करने से नहीं कभी घबराए,

3 माह के अंतराल पर , पुनर्निर्मित हो जाए ।।


मन में शपथ यह ठान लो, जाए ना किसी के प्राण,

 जरूरत लाखों को दुनिया में , ला दो चेहरों पर मुस्कान ।।


व्यर्थ ना जाये की हुई नेकी , कर्मों के फल तो मिलते हैं,

 बच जाएं एक इंसान तो जाने , कितने चेहरे खिलते हैं।। 


पहचाने दर्द परायों का , वही तो सच्चा इंसान हैं ,

कोई छोटा-मोटा दान नहीं , ये दान तो महादान है ।।


आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं , खतरों से जीवन को बचाये,

रक्त की कमी से मरते को , नव जीवन की सौगात दिलाये


विश्व बौद्ध महासंघ ने थाईलैंड में अभिधम्मा पाठ के माध्यम से संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर को दी श्रद्धांजलि



विश्व बौद्ध महासंघ ने थाईलैंड में अभिधम्मा पाठ के माध्यम से संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर को दी श्रद्धांजलि


दुनियाभर में विश्व बौद्ध महासंघ के क्षेत्रीय अध्यक्षों ने कार्यक्रम से लाइव जुड़कर संघमाता को श्रद्धांजलि अर्पित की।

By- मेरठ खबर   । सह संपादक । प्रवेश कुमार रोहतगी

मेरठ। सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता स्वर्गीय डा.मुक्ति भटनागर को थाईलैंड में विश्व बौद्ध महासंघ की ओर से अभिधम्मा पाठ आयोजित करके श्रद्धांजलि अर्पित की गई। ऑनलाइन कार्यक्रम में विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्ष डा. पौन चाय पिनया पौ ने अभिधम्मा पाठ के माध्यम से श्रद्धांजलि प्रस्तुत की। सुभारती विश्वविद्यालय के ट्रस्टी सेक्रेट्री डा.कृष्णा मूर्ति ने अभिधम्मा पाठ के लिये ऑनलाइन कार्यक्रम के आरम्भ हेतु डा. पौन चाय पिनया पौय एवं अन्य बौद्ध विद्वानों से निवेदन किया।

 


डा. पौन चाय पिनया पौ ने श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए सुभारती परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने तथागत बुद्ध के मार्ग पर अग्रसर होते हुए परिनिर्वाण को प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि संघमाता का संसार को त्यागना सुभारती परिवार के साथ भारतवर्ष के लिये अत्यंत कष्टदायी है। उन्होंने कहा कि तथागत की शिक्षाओं में मृत्यु को प्रबल सत्य माना गया है और मृत्यु जीवन का भाग है। उन्होंने कहा कि कष्ट की इस घड़ी में विश्व बौद्ध समुदाय सुभारती परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने अपने जीवन में तथागत बुद्ध की शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए सुभारती विश्वविद्यालय के माध्यम से भारत सहित विश्वभर में बौद्ध धर्म को पल्लवित करने का गौरवपूर्ण कार्य किया है। इसे जीवन में कभी भुलाया नही जा सकता है। उन्होंने विशेष कहा कि सुभारती परिवार को अब अपने कष्टों को भुलाकर दूसरे लोगो के कष्ट दूर करने में तथागत बुद्ध की शिक्षाओं के अनुसार प्रगति करे।


सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने कहा कि मेरी स्वर्गीय माता डा. मुक्ति भटनागर जी के लिये जिस प्रकार विश्व बौद्ध महासंघ ने वंदना की है इसके लिये वह उनकी जीवन भर आभारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि एक बेटी के रूप में मॉ से बिछड़ने की पीड़ा पूरे जीवन काल रहेगी लेकिन स्वर्गीय माता जी ने जो संस्कार हमें और पूरे समाज को दिये है हम उसी मार्ग पर प्रतिबद्ध होकर समाज के हर व्यक्ति के कष्ट दूर करने का प्रयास करेंगे।  

 

सुभारती ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. हिरो हितो ने कहा कि संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर का व्यक्तित्व हमेशा मानवता की उन्नति हेतु अग्रसर रहा है और उन्होंने अपना पूरा जीवन तथागत बुद्ध की शिक्षाओं का अनुपालन करते हुए व्यतीत किया। उन्होंने दुख प्रकट करते हुए कहा कि संघमाता का हमारे बीच से जाना बहुत दुखदायी है लेकिन तथागत बुद्ध की शिक्षाओं के अनुपालन में सुभारती परिवार संयम से काम लेते हुए समाज में प्रेम, करूणा, मैत्री की भावना से लोगो के कष्ट दूर करने का काम करेगा।


सुभारती ग्रुप के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण बौद्ध ने विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्ष डा. पौन चाय पिनया पौ को अभिधम्मा पाठ आयोजित करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर का परिनिर्वाण सुभारती परिवार के लिये अपूरणीय क्षति है और इस कष्ट को भुलाया नही जा सकता है। उन्होंने कहा कि तथागत बुद्ध के उपदेशानुसार अत्यधिक विलाप करने से निर्वाण का मार्ग नही मिलता लेकिन सुभारती परिवार अपने मन को शान्त रखकर शीलों का पालन करते हुए धम्म से निर्वाण की प्राप्ति कर रहा है। उन्होंने कहा कि दुख की इस कठिन घड़ी में जिस प्रकार विश्व बौद्ध महासंघ सहित देश विदेश से हर वर्ग के लोगो ने उन्हें सांत्वना देते हुए मानसिक साहस दिया है, इसके लिये वह हृदय से सभी के आभारी है।

 


संपूर्ण कार्यक्रम थाईलैंड स्थित विश्व के सबसे बड़े बौद्ध मंदिर धम्मकाया में आयोजित कर लाइव किया गया। अंत में भिक्षुओं द्वारा वंदना की गई। इसके बाद संघदान दिया गया ।

कार्यक्रम में विश्व बौद्ध महासंघ के विभिन्न देशों के क्षेत्रीय कार्यालयों के अध्यक्षों ने भी प्रतिभाग किया। जिसमें थाइलैंड, म्यांमार, अमेरिका, इंग्लैण्ड, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, ताइवान, सिंगापुर, जापान, कम्बोडिया, वियतनाम, भूटान, बंग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया, आदि देशों के विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्षों ने संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।


इस मौके पर शोकाकुल सुभारती परिवार से डा.अतुल कृष्ण बौद्ध, डा. शल्या राज, डा. रोहित रविन्द्र, डा.कृष्णा मूर्ति, डा.आकांशा, अवनि एवं राहुल शामिल रहे।

शनिवार, 12 जून 2021

ऋषभ स्कूल के घोटाले में रंजीत गिरफ्तार

 ऋषभ स्कूल के घोटाले में रंजीत गिरफ्तार

बेटी के पास रह रहे आरोपी को बेंगलुरु से पकड़ा गया पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने का दावा किया

By - मेरठ खबर        ।सह संपादक।   प्रवेश कुमार रोहतगी

मेरठ ।कैंट स्थित ऋषभ एकेडमी स्कूल के घोटाले में सदर बाजार पुलिस ने नामजद आरोपी रंजीत जैन को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया । इस मामले में स्कूल की प्रधानाचार्य याचना भारद्वाज पहले ही जेल जा चुकी हैं। प्रधानाचार्य के जेल जाने के बाद रंजीत अपनी बेटी के पास बेंगलुरु में चला गया था। वहां वह एक फ्लैट में रुका था ।पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है वही पुलिस का दावा है। कि आरोपी को दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा गया है। 5 नवंबर 2020 को सदर बाजार थाने  स्कूल के सचिव रंजीत जैन और प्रधानाचार्य याचना भारद्वाज के खिलाफ ₹52 के गबन के आरोप में केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने नाम आज आरोपी प्रधानाचार्य को 2 महीने पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । पुलिस ने शिकंजा कसा तो आरोपी रणजीत जैन मेरठ से भाग गया । नामजद आरोपी रंजीत जैन का पुलिस ने कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लिया था। सटीक सूचना के बाद अनुमति लेकर पुलिस शुक्रवार को हवाई जहाज से बेंगलुरु पहुंच गई थी। पहुंच गई थी यहां से आरोपी रंजीत को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद पुलिस आरोपी को मेरठ ले आई । हालांकि पुलिस दावा कर रही है । कि पुलिस के बेंगलुरु जाने की बात रंजीत को पता चल गई थी। वह हवाई जहाज से दिल्ली पहुंचा उसी हवाई जहाज में पुलिस टीम भी थी। उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया ।सदर बाजार पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ कर रही है। एएसपी कैंट सूरज राय का कहना है कि आरोपी को कोर्ट में पेश करेंगे।








विद्यार्थियों के भविष्य पर किसी की नजर नहीं 

स्कूल के सचिव रहे रंजीत जन की पोल खोलने के लिए बड़ी प्लानिंग की गई शिक्षिकाओं ने भी रंजीत और उनके बेटे के आचरण को लेकर सवाल भी उठाए थे । यह मामला कमिश्नर तक पहुंचा स्कूल के घोटाले और अन्य प्रकरण में सिर्फ पुलिस की कार्रवाई ही दिखाई दे रही है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य प्रभावित हो सकता है ।इस पर किसी विभाग की नजर नहीं है। याचना भारद्वाज और अब रंजीत जैन की गिरफ्तारी के बाद अगला टारगेट कौन है इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है । हालांकि विवेचक गौरव का कहना है कि पुलिस की जांच में कई और नाम सामने आए हैं। उन पर कार्रवाई होनी है ।

यह सेटिंग है या फिर कोई  संयोग

यह सेटिंग है या फिर कोई सहयोग ऋषभ स्कूल के घोटाले की जांच सदर बाजार के एसएसआई गौरव कुमार कर रहे हैं।  इस मामले में दो नामक आरोपी हैं ।जब भी एएसआई ने आरोपी गिरफ्तार किए हैं। तभी इंस्पेक्टर छुट्टी पर चले गए हैं। याचना भारद्वाज की गिरफ्तारी के दौरान भी इस वक्त छुट्टी पर थे और शनिवार को रंजीत की गिरफ्तारी हुई तब भी छुट्टी पर रहे गजब का संयोग है। कि जैसे ही विवेचक गौरव दो पुलिस वाले रणजी राजीव मलिक और अंकित के साथ बेंगलुरु में पहुंचे तभी आरोपी रंजीत खुद बेंगलुरु से मेरठ के लिए चल दिए । इसका पता लगते ही पुलिस की टीम भी ऐसी आवाज में बैठी था।  पुलिस के मुताबिक दिल्ली एयरपोर्ट पर आते ही पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया आज का किला किसने दिया इसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं हालांकि पुलिस दावा कर रही है दूरदराज से आरोपी को पकड़ने के लिए और पुलिस विभाग से खर्चा मिलता है।

हल्की बारिश ने दी गर्मी को राहत

 हल्की बारिश ने दी गर्मी को राहत

देहात क्षेत्र देहात के क्षेत्रों में दिन और शहर में रात में हुई बारिश

By - मेरठ खबर।   सह संपादक । प्रवेश कुमार रोहतगी

मोदीपुरम। दूसरे दिन भी वेस्ट यूपी में मौसम बदला- बदला रहा ।शनिवार सुबह से ही बादल छाए रहे सुबह देहात क्षेत्र में बारिश हुई तो रात 9 बजे शहर में हल्की बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि रविवार को भी तेज हवा के साथ बारिश के आसार बने हुए हैं। इससे तापमान में गिरावट आएगी। जून के पहले सप्ताह में भीषण गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर दिया था । पारा उछलकर सीजन के सीजन में पहली बार 41 बार पहुंच गया था। दूसरा सप्ताह मौसम के लिहाज से राहत लेकर आया मानसून ने 2 दिन पहले ही मुंबई में दस्तक दे दी है। हालांकि वेस्ट यूपी में मानसून आने में अभी समय है।  






शनिवार सुबह से ही मौसम बदला बदला रहा । देहात क्षेत्र में भी कई जगह बारिश हुई।  मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर एन सुभाष ने बताया कि शनिवार को 0. 3 मिमी बारिश दर्ज की गई है । मौसम कार्यालय पर अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया । अधिकतम आद्रता 76 व न्यूनतम आद्रता  66% दर्ज की गई है । हवा की रफ्तार 4 से 6 किलोमीटर प्रति घंटा रसोई वही हवा भी शुद्ध होने लगी है।

मांग बढ़ते ही लड़खड़ा गई बिजली की आपूर्ति

 मांग बढ़ते ही लड़खड़ा गई बिजली की आपूर्ति

By - मेरठ खबर। सह सम्पादक  । प्रवेश कुमार रोहतगी

मेरठ। भीषण गर्मी में जहां बिजली की मांग 6000 मेगावाट से बढ़कर 7000 मेगावाट तक पहुंच गई है वहीं सप्लाई सिस्टम पूरी तरह लड़खड़ा गया है।  सिस्टम को ओवरलोड से बचाने के लिए पावर कॉरपोरेशन मेंटेनेंस और फॉल्टने फॉल्ट के नाम पर शहर में 3 से 5 घंटे तक बिजली आपूर्ति प्रभावित की जा रही है।  इस समय गांव में बिजली आपूर्ति 14 से 15 घंटे और नलकूपों के लिए 9 से 10 घंटे की ही की जा रही है।  मुख्यालय मंडल मुख्यालयों को 24 घंटे गांव को अट्ठारह और नलकूपों को 12 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है।  जून माह के 11 दिन में इसकी हवा निकल गई प्रदेश में जहां बिजली की मांग 25000 मेगावाट को पार कर रही है।  वही पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड चैनल को भी अपने करीब 7000000 उपभोक्ताओं के लिए करीब 7000 मेगावाट बिजली की दरकार है। मांग और उपलब्धता में करीब 1000 मेगावाट का अंतर अंतर ही उपभोक्ता को झटके दे रहा है।

कटौती करने वालों पर होगी कार्रवाई









गर्मी की वजह से बिजली की मांग में 20 फ़ीसदी तक की वृद्धि हुई है शेड्यूल अनुसार बिजली आपूर्ति की कोशिश की जा रही है। अगर कोई अधिकारी सिस्टम बचाने के नाम पर कटौती कराएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।अरविंद मल्लप्पा बंगारी एमडी पीवीवीएनएल

मेरठ के पांच और जांबाज सेना में लेफ्टिनेंट बने

 मेरठ के पांच और जांबाज सेना में लेफ्टिनेंट बने

By - मेरठ खबर।  सह संपादक। प्रवेश कुमार रोहतगी

मेरठ क्रांतिधारा के लोगों का सीना एक बार सिर्फ गर्व से चौड़ा हो गया है मेरठ के पांच जावा सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं देहरादून और सिकंदराबाद में हुई पासिंग आउट परेड में सिद्धार्थ त्यागी अनुराग राठौर सनोवर अहमद आशीष शर्मा और संगम त्यागी के को देश सेवा की कमान सौंपी गई क्रोना के कारण परिवार के लोग इस ऐतिहासिक पल को भले ही नहीं देख पाए लेकिन बेटे बेटों के हौसलों पर गर्व कर रहे हैं तीन अधिकारियों के पिता सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं पिता की प्रेरणा लेकर ही युवकों में आर्मी ज्वाइन की है इनके परिवार में खुशी का माहौल है।






बचपन से ही था देश सेवा की सेवा का जज्बा

फाजलपुर स्थित सैनिक विहार कॉलोनी निवासी सरवर अहमद ने एपीएस आर्य पब्लिक स्कूल से 79% अंक पाकर 12वीं की परीक्षा पास की थी।  वह एनडीए प्रवेश परीक्षा पास कर इस मुकाम तक पहुंचे। पिता इरशाद अहमद सेना से सेवानिवृत्त हैं । वहीं माता फरीदा बेगम गृहणी है।  तीन भाई वसीम मेडिकल क्षेत्र, शाहिद अध्यापक और सलमान डॉक्टर हैं। सनोवर ने बताया कि आज जब मेरे माता-पिता देहरादून में आई एम में परिसर के पार्किंग में मुझे लेने आए तो मुझे लगा कि बचपन का मेरा सपना पूरा हो गया है।

आईआईटी की तैयारी एनडीए में सफलता

गढ़ रोड स्थित सोमदत्त सिटी निवासी लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ त्यागी ने बताया कि 2017 में दीवान इंटरनेशनल स्कूल में 95% अंकों के साथ 12वीं करने के बाद उन्होंने आईआईटी की तैयारी शुरू की थी। इसी दौरान एनडीए की परीक्षा दी । उनका चयन भी हो गया उनके जुड़वा भाई ऋषभ त्यागी ने बीटेक कंप्यूटर साइंस में किया। वह इंफोसिस में इंजीनियर है ।परिवार में पिता राजीव त्यागी केन्या में रामोड़ा सेरामिक लिमिटेड में मैनेजर हैं। वहीं माता कविता त्यागी गरहनी है । सिद्धार्थ को पहली पोस्टिंग मिलने के साथ ही 21 दिन का अवकाश दिया गया है।

जुनून ने बना दिया सिपाही से लेफ्टिनेंट 

कंकरखेड़ा स्थित तुलसी कॉलोनी निवासी अनुराग राठौड़ ने बताया कि 2009 में आर्मी पब्लिक स्कूल से 63% अंक से 12वीं की परीक्षा पास की थी। 2013 में सेना में सिपाही बन गए और 4 वर्ष तक इंजीनियर्स कोर में सेवा की। अधिकारी बनने का जुनून था। आर्मी कैडेट कॉलेज से कमिशन होते हुए उन्हें लेफ्टिनेंट का पद मिल गया। उन्हें पहली पोस्टिंग गढ़वाल राइफल्स और कारगिल के द्रास में मिली है। पिता आर्मी सेना से सेवानिवृत्त है।

टेक्निकल एंट्री स्कीम में पाया मुकाम

 रोहटा रोड स्थित शालीमार गार्डन निवासी आशीष शर्मा ने देश सेवा का मुकाम पा लिया।   2016 में आर्मी पब्लिक स्कूल से 93.2% अंकों के साथ 12वीं पास करने वाले आशीष ने टेक्निकल एंट्री स्कीम से सेवा सेना में प्रवेश किया। 2016 में गया स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी से बेसिक ट्रेनिंग करने के बाद कैडेट ट्रेनिंग विंग एमसीएमआई सिकंदराबाद पहुंचे। वह ईएमई कोर्  में लेफ्टिनेंट  बने हैं ।राजीव पिता राजीव शर्मा दिसंबर 20 में सेवानिवृत्त हुए।

संगम ने दादा का सपना किया पूरा

रोहटा रोड स्थित तेज विहार कॉलोनी निवासी संगम त्यागी ने अपने दादा स्वर्गीय त्रिलोक चंद त्यागी का सपना पूरा किया । संगम ने बताया कि उन्हें देश सेवा की प्रेरणा दादा से मिली थी।  वह मुझे सेना की वर्दी में देखना चाहते थे।  नवंबर 2019 में उनका देहांत हो गया। संगम ने 12वीं नैनीताल के घोड़ाखाल स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में की थी 2017 में उत्तराखंड सरकार ने उन्हें बेस्ट एडिट के तौर पर गवर्नर ट्रॉफी से भी नवाजा था।   2017 में एनडीए में चयन हुआ। मूल रूप से संगम बागपत जिले के जहानगढ़ उर्फ दोझा के रहने वाले हैं।  पिता डॉक्टर बीपी त्यागी का रो ह टा रोड पर क्लीनिक और माता पवन त्यागी मेडिकल स्टोर संभालती हैं । बड़ी बहन वचना त्यागी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...