मांग बढ़ते ही लड़खड़ा गई बिजली की आपूर्ति
मेरठ। भीषण गर्मी में जहां बिजली की मांग 6000 मेगावाट से बढ़कर 7000 मेगावाट तक पहुंच गई है वहीं सप्लाई सिस्टम पूरी तरह लड़खड़ा गया है। सिस्टम को ओवरलोड से बचाने के लिए पावर कॉरपोरेशन मेंटेनेंस और फॉल्टने फॉल्ट के नाम पर शहर में 3 से 5 घंटे तक बिजली आपूर्ति प्रभावित की जा रही है। इस समय गांव में बिजली आपूर्ति 14 से 15 घंटे और नलकूपों के लिए 9 से 10 घंटे की ही की जा रही है। मुख्यालय मंडल मुख्यालयों को 24 घंटे गांव को अट्ठारह और नलकूपों को 12 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है। जून माह के 11 दिन में इसकी हवा निकल गई प्रदेश में जहां बिजली की मांग 25000 मेगावाट को पार कर रही है। वही पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड चैनल को भी अपने करीब 7000000 उपभोक्ताओं के लिए करीब 7000 मेगावाट बिजली की दरकार है। मांग और उपलब्धता में करीब 1000 मेगावाट का अंतर अंतर ही उपभोक्ता को झटके दे रहा है।
कटौती करने वालों पर होगी कार्रवाई
गर्मी की वजह से बिजली की मांग में 20 फ़ीसदी तक की वृद्धि हुई है शेड्यूल अनुसार बिजली आपूर्ति की कोशिश की जा रही है। अगर कोई अधिकारी सिस्टम बचाने के नाम पर कटौती कराएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।अरविंद मल्लप्पा बंगारी एमडी पीवीवीएनएल
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