गुरुवार, 31 मार्च 2022

अरनी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हिमालयन रत्न अवार्ड से हुए सम्मानित

 अरनी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हिमालयन रत्न अवार्ड से हुए सम्मानित।  

   

हिमाचल।31 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज)अरनी विश्वविद्यालय के चांसलर विवेक सिंह को शिमला में आयोजित सम्मान समारोह में हिमाचल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शिक्षा व सामाजिक कार्यों के लिए उन्हें पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह ने प्रदान किया। विवेक सिंह कुलाधिपति के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में अरनी विश्वविद्यालय ने गत वर्षो में उत्कृष्टता के कई उच्च स्तरों को पार किया है एवं भविष्य में विश्वविद्यालय हिमाचल के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में उभर कर सामने आएगा। इस प्रकार का सर्वोच्च पुरस्कार उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने समाज में एक आदर्श अनुकरणीय नेतृत्व का एक उदाहरण स्थापित किया हो। इस अवार्ड का आधार शिक्षा के क्षेत्र में उनका अभूतपूर्व योगदान उच्च नेतृत्व एवं समाज के लिए उत्थान के प्रति उनके द्वारा किए गए कार्य रहे हैं। इस अवसर पर वाइस चांसलर प्रोफेसर कल्याण कुमार, चेतन विकास (सीईओ केडी एजुकेशनल ट्रस्ट) रजिस्ट्रार डॉ साहब सिंह आदि मौजूद रहे।

सुप्रीम कोर्ट का निर्देश अब जमानत मिलते ही जेल से बाहर आएंगे बंदी चीफ जस्टिस ने लान्च किया 'फास्टर' साफ्टवेयर

 सुप्रीम कोर्ट का निर्देश अब जमानत मिलते ही जेल से बाहर आएंगे बंदी चीफ जस्टिस ने लान्च किया 'फास्टर' साफ्टवेयर







नई दिल्ली। 31 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज)  कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया तेज करने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने गुरुवार को 'फास्टर' साफ्टवेयर लान्च किया है। इससे अब जमानत मिलने के तुरंत बाद कैदी जेल से बाहर आ जाएगा। दरअसल, अभी कैदियों को जमानत मिलने के बाद आदेश की कापी जेल प्रशासन तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है, जिस वजह से कैदियों की रिहाई में 2-3 दिन की देरी हो जाती है। 'फास्टर' के जरिए आदेश की कापी को जल्दी और सुरक्षित तरीके से इल्केट्रानिक मोड में भेजा जाएगा। जिससे कैदियों की रिहाई में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।फास्टर सिस्टम लान्च करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि जुलाई में अखबार में एक खबर पढ़ी थी कि सोचा गया। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते साल सितंबर में आदेशों की कापी को जल्द पहुंचाने के लिए इलेक्ट्रानिक सिस्टम लांच करने के आदेश दिए थे। रमना की अध्यक्षता वाली बेंच ने सिस्टम पर काम करने का सुझाव दिया था।

ई मेल से जुड़ेंगे अधिकारी

चीफ जस्टिस ने कहा कि 'फास्टर' के लिए 73 नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है। इन अधिकारियों को विशिष्ट न्यायिक संचार नेटवर्क से जोड़ा है। उन्होंने बताया कि ये अधिकारी दूसरे न्यायिक अधिकारियों और जेल प्रशासन के साथ मेल के जरिए जुड़ेंगे। नोडल और अन्य अधिकारियों के 1887 ईमेल आईडी बनाई गई है।

राज्यसभा से रिटायर हुए 72 सांसद अपने अनुभवों को साझा करें: पीएम मोदी

 राज्यसभा से रिटायर हुए 72 सांसद अपने अनुभवों को साझा करें: पीएम मोदी






नई दिल्ली।31 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज) राज्यसभा से रिटायर हो रहे 72 सदस्यों को गुरुवार को विदाई दी गई। इस मौके पर सेवानिवृत्त सदस्यों ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, उप सभापति हरिवंश और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ एक फोटो भी खिंचवाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा के 72 सेवानिवृत्त सदस्यों की विदाई पर राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमारे राज्यसभा सदस्यों के पास बहुत अनुभव है। कभी-कभी अनुभव में ज्ञान से अधिक शक्ति होती है। हम सेवानिवृत्त सदस्यों से कहेंगे फिर से लौटकर सदन में आएं। राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ये आजादी का अमृत महोत्सव है। हमारे महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया, अब देने की जिम्मेदारी हमारी है। अब आप खुले मन से एक बड़े मंच पर जाकर आजादी के अमृत महोत्सव के पर्व को माध्यम बनाकर प्रेरित करने में योगदान कर सकते हैं।पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने प्रतिभा का परिचय भी देंगे। इस मौके इस संसद में लंबा समय बिताया है। इस सदन ने हमारे जीवन में बहुत योगदान दिया है। इस सदन के सदस्य के रूप में प्राप्त अनुभव को देश के चारो दिशाओं में ले जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू आज रिटायर होने वाले 72 सांसदो को भोज भी देंगे।उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू राज्यसभा से रिटायर हो रहे 72 सदस्यों को रात्रि भोज पर बुलाया है। इस अवसर पर राज्य सभा सदस्य अपनी प्रतिभा का परिचय भी देंगे।इस मौके पर तृणमूल के सांसद शांतनु सेन गिटार बजाएंगे। जबकि पार्टी की दूसरी सांसद डोला सेन रविंद्र संगीत गाएंगी। वहीं,भाजपा की सांसद रूपा गांगुली और एनसीपी की सांसद वंदना चव्हाण हिंदी गानें गाएंगी। इस दौरान उपराष्ट्रपति सभी सांसदों को स्मृति चिह्न भी भेंट करेंगे। रिटायर होने वाले सदस्यों में कपिल सिब्बल, निर्मला सीतारमण, सुब्रमण्यम स्वामी, संजय रावत, पी चिदंबरम, पीयूष गोयल समेत कई नेता शामिल हैं। 

बीएसपी सरकार में मंत्री रहे, हाजी याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में अवेध कटान में मिला गौवंश, कई कर्मी हिरासत में लिए

 बीएसपी सरकार में मंत्री रहे, हाजी याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में अवेध कटान में मिला गौवंश, कई कर्मी हिरासत में लिए

खरखौदा थाना क्षेत्र के अल्लीपुर में उनकी फैक्ट्री थी। सूचना मिलने पर एसपी देहात केशव कुमार के नेतृत्व में छापा मारा गया। छापे के दौरान गौवंश का मांस मिलने की बात सामने आई है. पुलिस ने सुबूत जुटाने...




खरखोदा/मेरठ। 31 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज)  वेस्ट यूपी के चर्चित नेता और बीएसपी सरकार के पूर्व मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में अवैध पशु के मांस की पैकेजिंग की जा रही थी। खरखौदा थाना क्षेत्र के अल्लीपुर में उनकी फैक्ट्री थी। सूचना मिलने पर एसपी देहात केशव कुमार के नेतृत्व में छापा मारा गया. छापे के दौरान गौवंश का मांस मिलने की बात सामने आई है। पुलिस ने सुबूत जुटाने के बाद फैक्ट्री के कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया। इस फैक्ट्री का लाइसेंस भी निरस्त किया जा चुका था।

विवादों से बीएसपी पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी का गहरा है नाता





यूपी के मेरठ से राजनीति करने वाले हाजी याकूब कुरैशी का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन्होंने डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने वाले को 51 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की थी। उस समय भी इस नेता ने कई बार विवादित बयान देकर मीडिया की सुर्खियां बटोरी थीं। साल 2006 में एक विवादित कार्टून से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने की बात कहते हुए हाजी याकूब कुरैशी ने मेरठ में यह घोषणा की थी। उस समय उन्होंने कहा था कि जो कोई पैगम्बर का कार्टून बनाने वाले कार्टूनिस्ट का सिर कलम कर लाएगा वह उसे 51 करोड़ का इनाम देंगे। इन्हीं की फैक्ट्री पर गुरुवार को पुलिस ने छापा मार कार्रवाई की। इस दौरान वहां प्रतिबंधित गौवंश की पैकेजिंग के सुबूत मिले हैं। पुलिस के मुताबिक, प्रतिबंधित गौवंश की पैकेजिंग के सुबूत मिलने के बाद फैक्ट्री में काम कर रहे कई कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


बुधवार, 30 मार्च 2022

उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित व महाविद्यालय इतिहास विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन हुआ समापन


उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित व महाविद्यालय इतिहास विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का दूसरे दिन हुआ भव्य समापन





मेरठ। आज दिनांक 30 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज) को उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित व महाविद्यालय इतिहास विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के समापन सत्र में महाविद्यालय  प्राचार्य व संरक्षिका प्रो०( डॉ) अंजू सिंह व उपस्थित सभी मंचासीन  अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण किया गया ।संगोष्ठी की समन्वयक इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ ०अनीता गोस्वामी ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया तथा विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में कैलिफोर्निया यू०एस०ए० से आई अतिथि ,डेम मौने आयरोन ने अपने उद्बोधन में समस्त को आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होकर एक अच्छा मनुष्य कैसे बना जाए इस बात पर बताया गया, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला व कार्यस्थल पर ध्यान के विभिन्न तरीकों से ऊर्जावान बने रहने के तरीके भी बताए। अतिथि वक्ता डॉ ०विनोद कुमार सिंह, प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय, बांदा से समापन सत्र में उपस्थित रहे ।जीवन दर्शन, सांस्कृतिक संवाहक के रूप में उन्होंने वेदों पुराणों की व्याख्या की ।उन्होंने कहा कि हमारा पौराणिक साहित्य हमें जीवन जीने की राह दिखाता है और वर्तमान में हमें पुनः जरूरत है अपने वेदों ,पुराणों में निर्दिष्ट बातों को आत्मसात करने की ।वक्ता के रूप में डॉ० कामिनी वर्मा जी सत्र में उपस्थित रही।अपने उद्बोधन में उन्होंने  पौराणिक साहित्य के विभिन्न पहलुओं की चर्चा करते हुए सन्यास की उचित अर्थ की व्याख्या की व इस बात की विवेचना की कि दैनिक जीवन में सन्यास की अवधारणा का पालन हम कैसे कर सकते हैं ।महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ ०सुरेश जैन जी ने अपने उद्बोधन में वेदों के वैज्ञानिक पक्ष को मजबूती से श्रोताओं के समक्ष रखा।  उन्होंने पुराणों, वेदों के अनुसरण की बात भी कही और उनके प्रयोग के प्रति एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाने की बात भी कही। लखनऊ से डॉ० वंदना संत जी सत्र में  अतिथि वक्ता के रूप में उपस्थित रही।









अपने वक्तव्य में उन्होंने भारतवर्ष की गौरवशाली सांस्कृतिक पहचान पर प्रकाश डालते हुए उन्नत जीवन जीने के लिए कहा कि आज  हमें वापस अपने सांस्कृतिक मूल्यों की शरण में जाना होगा, उन्होंने सन्यास की उसके सही अर्थों में विवेचना की। संगोष्ठी की समन्वयक डॉ ०अनीता गोस्वामी ने अपनी समीक्षा में  संगोष्ठी के आयोजन की समस्त रूपरेखा श्रोताओं के समक्ष रखी। उन्होंने संगोष्ठी के विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए सन्यास विषय की उपादेयता पर प्रकाश डाला ,उन्होंने बताया कि सन्यास की सही अवधारणा क्या है और उसे हम किस प्रकार प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम की  संरक्षिका महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर डॉ० अंजू सिंह ने अपने उद्बोधन में आयोजन  समिति को  संगोष्ठी के सफल संचालन हेतु शुभकामनाएं दी ,व कहा कि  छात्राओं के बहुआयामी व्यक्तित्व विकास हेतु इस प्रकार के शैक्षिक कार्यक्रम महाविद्यालय में निरंतर होने चाहिए जिससे कि विद्यार्थियों में एक अनुसंधान परक सोच का विकास हो सके। कार्यक्रम में समस्त महाविद्यालय परिवार व शोधार्थियों की उपस्थिति सराहनीय रही।

मंगलवार, 15 मार्च 2022

श्री बालाजी धाम मंदिर ट्रस्ट में हुआ भव्य सुंदरकांड व भंडारे का आयोजन।

 

श्री बालाजी धाम मंदिर ट्रस्ट में हुआ भव्य सुंदरकांड व भंडारे का आयोजन।

मेरठ ।15 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज) न्यू गोपाल विहार वेदव्यास पुरी स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर ट्रस्ट में फागुन माह के अवसर पर सुंदरकांड व विशाल भंडारे को आयोजन किया गया। सबसे पहले श्री बालाजी महाराज के समक्ष ज्योति प्रज्वलित की उसके बाद बाबा का भोग लगाया गया। गाजियाबाद से आई पवन एंड पार्टी में सुंदरकांड का गान किया साथ ही बीच-बीच में अच्छे अच्छे भजन भी गए जिन पर भक्तजन खूब थिरके और बाबा के जयकारों लगाए जिस से पूरा मंदिर गूंज उठा। सुंदरकांड के दौरान सभी भक्तों में अलग ही उर्जा देखने को मिल रही थी। सुंदरकांड के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जिसमें सभी भक्त जनों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस भव्य कार्यक्रम में 100 से अधिक भक्तजन उपस्थित रहे। पंडित विनोद शर्मा ने बताया कि वह हर साल इस दौरान इस महोत्सव का आयोजन करते हैं वही आने वाली हनुमान जयंती पर भी इस तरह का बाबा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में सभी भक्तों ने फूलों की होली खेली। इस भव्य कार्यक्रम में पंडित विनोद शर्मा, पंडित बृज मोहन शर्मा, मयंक शर्मा, गौरव, सुनीता शर्मा, मानवी शर्मा, सचिन सिरोही, नितिन भारद्वाज, प्रशांत शर्मा, विकास शर्मा, प्रिंस शर्मा आदि भक्तगण उपस्थित रहे।

रूस के घातक हमले में यूक्रेन में अब तक 97 बच्चों की मौत

 

रूस के घातक हमले में यूक्रेन में अब तक 97 बच्चों की मौत










नई दिल्ली। 15 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज) यूक्रेन में रूस के बढ़ते हमला में कई नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है। युद्ध के 20वें दिन भी रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच संघर्ष जारी है। एक ओर यूक्रेन सेना की ओर से अब तक रूस के करीब 13500 सैनिकों को मार गिराने का दावा किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी सेना में देश के नागरिकों के मारे जाने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि रूस के हमले में अब तक 97 बच्चों की मौत हो चुकी है।युद्धग्रस्त दोनों देशों की भारी क्षति हो रही है। यूक्रेन को युद्ध की कीमत रूस से कहीं अधिक चुकानी पड़ रही है। यहां कई बड़े शहर और तबाह हो चुके हैं। वहीं अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की  को यह समझ आया है कि यूक्रेन नेटो  का हिस्सा नहीं बन सकता। जेलेंस्की ने यह कहा है कि यूक्रेन को मान लेना चाहिए कि अब वह नेटो का हिस्सा नहीं हो सकता। युद्ध के 20वें दिन जेलेंस्की का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है। इसके बाद एक और बयान यूक्रेन के राष्ट्रपति का आता है जिसमें वे बच्चों की मौत के डेटा का जिक्र करते हैं।

जेलेंस्की ने कहा युद्ध के दौरान 97 बच्चों की मौत


हालांकि दोनों देश लगातार युद्ध के महाविनाश में जल रहे हैं। नुकसान दोनों देशों का हो रहा है। लेकिन इसकी भरपाई सबसे अधिक यूक्रेन के नागरिकों को करनी पड़ रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी एएफपी  के हवाले से कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कनाडा की संसद को यह बताया है कि युद्ध के बच्चों की मौत का डेटा दिया है। जेलेंस्की ने कनाडा पार्लियामेंट को बताया की यूक्रेन में जब से रूस के हमले शुरू हुए हैं तब से अब तक कुल 97 बच्चों की मौत हुई है।




भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...