रविवार, 28 नवंबर 2021

संस्कृति विभाग में शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर जी की जयंती का हुआ आयोजन



संस्कृति विभाग में शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर जी की जयंती का हुआ आयोजन

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ











मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के संस्कृति विभाग द्वारा शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर जी की जयंती का आयोजन किया गया।इस अवसर पर विचार गोष्ठी, कम्बल वितरण एवं विशाल भंडारे का आयोजन करके कोतवाल जी को नमन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाजपा उत्तर प्रदेश के सहयोग प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष अमनदीप , कार्यक्रम अध्यक्ष प्रति कुलाधिपति ब्रिगेडियर डा. वी.पी. सिंह एवं संस्कृति विभाग के विभागाध्यक्ष डा. विवेक संस्कृति ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस दौरान कुलदीप नारायण जी ने दीप स्तुति की।

मुख्य अतिथि अमनदीप  ने कहा कि शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर जी ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए अंग्रेजों को धुल चटाई साथ ही 836 कैदियों को छुड़ा कर दिल्ली कूच कराया। उन्होंने कहा कि उस समय उनकी एक आवाज पर पूरा पांचली गांव उनके साथ अंग्रेजों के विरूद्ध लड़ने को खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिये बड़े गर्व की बात है कि सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर जी की जयंती बड़े हर्षोल्लास से मनाई जा रही है।

कार्यक्रम अध्यक्ष प्रतिकुलाधिपति ब्रिगेडियर डा. वी.पी. सिंह ने शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर को नमन करते हुए कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय देश के हर महापुरूषों की शिक्षा व उनके बलिदान को अपने विद्यार्थियों में रोपित कर रहा है। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर जी के नाम पर स्थापित है। उन्होंने विशेष बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय के समस्त कॉलिज एवं विभाग तथा मार्ग के नाम विभिन्न महापुरूषों के नाम पर स्थापित है जो सभी के लिये प्रेरणादायी है।

संस्कृति विभाग के विभागाध्यक्ष डा. विवेक संस्कृति ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में 250 निर्धन महिलाओं को कम्बल वितरित किये गए।

इस अवसर पर धन सिंह कोतवाल जी के पांचली गाँव से श्री अवनीश चपराना एवं श्री नवीन चपराना, सहायक कुलसचिव श्री अनिल भारती, श्री जसविंदर सिंह, श्री ऋषभ अग्रवाल, श्री रमेश चंद्र, श्री अभिषेक चौधरी, श्री सतेंद्र कुमार, श्री अमित कुमार, श्री आमिर खान आदि लोग उपस्थित रहे।

रूढ़िवादी सोच को अब बदलना होगा: सुषमा सिंह



रूढ़िवादी सोच को अब बदलना होगा: सुषमा सिंह

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। गाज़ियाबाद









गाजियाबाद। इंदिरापुरम स्थित शक्ति खण्ड चार में ‘महिला उन्नति संस्था’ (भारत) के उत्तर प्रदेश कार्यालय का आज राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश की उपाध्यक्ष (दर्जा प्राप्त मंत्री)  सुषमा सिंह ने उद्घाटन किया। रविवार को आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के मुख्य संरक्षक व वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र बच्चन ने की। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाएं अबला और बेचारी नहीं हैं। इस रूढ़िवादी सोच को अब हमें बदलना होगा। महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे आकर सफलता की नई कहानियां गढ़ रही हैं। उन्हें जरूरत है तो बस अवसर प्रदान करने की। सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कृतसंकल्पित है।

उन्होंने सरकार के ‘मिशन शक्ति’ अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं को सहयोगी की भूमिका निभाने हेतु आह्वान किया। इस अवसर पर महिला उन्नति संस्था की प्रदेश अध्यक्ष स्वीटी अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए संगठन प्रयासरत है। गांव-शहर-कस्बों के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम एवं नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से समाज में चेतना लाये जाने के उद्देश्य से अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस प्रशासन और कानूनविदों के साथ मिलकर महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी और शोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

28 नवम्बर को आयोजित उद्घाटन समारोह के अवसर पर जनपद के दर्जनों लोगों ने संगठन की सदस्यता लेकर महिला उत्थान के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में संस्थापक डा राहुल वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव अनिल भाटी, मनोज झा, रणवीर चौधरी, देवेंद्र चंदीला, विजय तंवर, डा ओमवीर बघेल, एडवोकेट वंदना सिंह, संजीव अग्रवाल, पूजा भगिया, विनीता पॉल, रविन्द्र होलकर, रेणु त्यागी, रीना शर्मा, श्वेता त्यागी, ललिता, भरत सिंह, संजीव अग्रवाल, विकास सक्सेना और गाजियाबाद महिला थानाध्यक्ष किरण राज आदि मौजूद रहे।

शुक्रवार, 26 नवंबर 2021

'MSP पर कानून की संभावना नहीं', PM मोदी से मुलाकात के बाद हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा

 

'MSP पर कानून की संभावना नहीं', PM मोदी से मुलाकात के बाद हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा


By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। नई दिल्ली













नई दिल्ली। 27 नवंबर 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार (26 नवंबर) को कहा कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून बनाना संभव नहीं है क्योंकि इससे सरकार पर दबाव पड़ेगा। मनोहर लाल खट्टर ने यह बयान शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से के बाद दी है। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हुई मुलाकात के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एमएसपी पर कानून बनने की संभावना नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी और मनोहर लाल खट्टर दोनों नेताओं ने तीन कृषि कानूनों पर चर्चा की, जिन्हें केंद्र सरकार ने संसद के आगामी सत्र में निरस्त करने की घोषणा की थी।सीएम खट्टर ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले ने एक अच्छा संदेश दिया है, लेकिन सरकार के लिए सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून लाना संभव नहीं है। हरियाणा के सीएम ने कहा कि अगर सरकार एमएसपी कानून लाती है तो उन सभी फसलों को खरीदने का दबाव होगा जो संभव नहीं है।

मेरठ छावनी परिषद् मेरठ ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020-21 में देश की सम्पूर्ण 62 छावनियों में द्वितिय स्थान प्राप्त किया


मेरठ छावनी परिषद् मेरठ ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020-21 में देश की सम्पूर्ण 62 छावनियों में द्वितिय स्थान प्राप्त किया

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ












मेरठ। छावनी परिषद् मेरठ ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020-21 में देश की सम्पूर्ण 62 छावनियों में द्वितिय स्थान प्राप्त किया है। इस सफलता को प्राप्त करने में हमें छावनी की जनता का अपार सहयोग प्राप्त हुआ है। जिसका ब्रिगेडियर अर्जुन सिंह राठौर, अध्यक्ष, छावनी परिषद् मेरठ एवं नवेन्द्र नाथ, मुख्य अधिशासी अधिकारी, छावनी परिषद् मेरठ हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। हम अपने सफाई मित्रों (कर्मचारियों) एवं छावनी परिषद् के समस्त कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हैं।

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021-22 में हमारा लक्ष्य प्रथम स्थान पाना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम छावनी के नागरिकों से उनके भरपूर सहयोग की अपेक्षा करते है। हमें पूर्ण विश्वास है कि छावनी क्षेत्र के सभी गणमान्य नागरिक 2021-22 के स्वच्छता सर्वेक्षण में मेरठ कैन्ट को प्रथम स्थान प्राप्त कराने के लिए भरपूर सहयोग और योगदान देंगे।

विम्स’’ में ’’कैन्सर जानलेवा पर लाईलाज नहीं’’ विषय पर राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं ’’कोरोना विजेता सम्मान हुआ

 विम्स’’ में ’’कैन्सर जानलेवा पर लाईलाज नहीं’’ विषय पर राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं ’’कोरोना विजेता सम्मान हुआ

निजी चिकित्सक देश के चिकित्सा एवं स्वास्थय व्यवस्था की रीढ- डॉ0 सुधीर गिरि, चेयरमैन

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ












मेरठ/गजरौला। आज वेंक्टेश्वरा संस्थान एंव प्राईवेट चिकित्सक मेडिकल एसोसिएशन के तत्वाधान में कैन्सर जानलेवा पर लाईलाज नहीं विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगौष्ठी का आयोजन किया गया। इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सो से आये चिकित्सको को कोरोना काल में उनके द्वारा किये गये अविस्मरणीय चिकित्सा कार्यो के लिए शॉल, स्मृति चिन्ह एवं गंगाजली भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ समूह चेयरमैन डॉ0 सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ0 राजीव त्यागी, विख्यात चिकित्सक डॉ0 उमाकिशोर, पी0सी0एम0ए0 अध्यश डॉ0 एस0के0 शर्मा, कुलपति प्रो0 पी0के0 भारती, विम्स निदेशक डॉ0 एन0के0 कालिया, सी0ओ0 डॉ0 अरशद इकबाल ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया। अपने सम्बोधन में समूह चेयरमैन डॉ0 सुधीर गिरि ने कहा कि आप सभी निजी चिकित्सक भारतीय चिकित्सा एवं स्वास्थय सेवाओ की रीढ है। इसके बाद प्रतिकुलाधिपति डॉ0 राजीव त्यागी ने प्रो0 पी0के0 भारती एवं  निदेशक डॉ0 एन0के0 कालिया के साथ देश के विभिन्न हिस्सो से आये 600 से अधिक चिकित्सको को सम्मानित किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ0 पीयूष पाण्डे, परिसर निदेशक डॉ0 प्रभात श्रीवास्तव, निदेशक एडमिशन अलका सिंह, अंजलि शर्मा, डॉ0 वाई0एस0 राठौर, डॉ0 विनय कुमार, डॉ0 गौरव सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।

कोविड - 19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए बृहस्पति भवन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में कार्य परिषद की एक बैठक आयोजित की गई

 

कोविड - 19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए बृहस्पति भवन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में कार्य परिषद की एक बैठक आयोजित की गई 

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ










मेरठ। बुधवार दिनांक 26.11.2021 को दोपहर एक बजे कोविड - 19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए बृहस्पति भवन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में कार्य परिषद की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें निम्नलिखित निर्णय लिए गए।

1- 19 शोधार्थियों को शोध उपाधि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया।

2- विश्वविद्यालय परिसर स्थित विभिन्न विभागों में चयन समिति का आयोजन किया गया था। जिसके संबंध में साक्षात्कारों के बाद सील्ड लिफाफे खोले गए जिसमें अर्थशास्त्र में एक आचार्य, एक सहयुक्त आचार्य, सांख्यिकी विभाग में सहयुक्त आचार्य, भौतिक विज्ञान विभाग में आचार्य की नियुक्ति की गई। जबकि राजनीति विज्ञान विभाग में डॉ0 राजेंद्र पांडेय को प्रोन्नति, गणित विभाग में डॉ0 मुकेश शर्मा को प्रोन्नति, भौतिकी विज्ञान विभाग में डॉ0 अनुज कुमार को प्रोन्नति, डॉ0 संजीव कुमार शर्मा को प्रोन्नति प्रदान करते हुए चयन समिति की अनुशंसा के आधार पर एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर करने का निर्णय लिया गया। जन्तु विज्ञान विभाग में डॉ0 दुष्यंत चौहान, विष विज्ञान में विभाग में डॉ0 यशवेंद्र वर्मा को प्रोन्नति देने का निर्णय लिया गया। वहीं स्ववित्त पोषित विभाग में फिजिक्ल एज्यूकेशन विभाग में एक प्रशासनिक अधिकारी, सर छोटूराम इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी में एक प्रशासनिक अधिकारी, एक सीनियर कंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट, विधि विभाग में एक असिस्टेंट प्रोफेसर, दो टीचिंग असिस्टेंट की नियुक्ति की गई ।

3- उत्तर प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों तथा अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर को यूजीसी के नियमानुसार प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति प्रदान किए जाने पर विचार करते हुए शासनादेश को अंगीकार किया तथा प्रोन्नति के संबंध में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों को पालन करने का निर्णय लिया गया।

4- एमबीबीएस प्रकरण में निलंबित कर्मचारियों के निलंबन के प्रकरण में समिति द्वारा जांच आख्या पर विचार करते हुए कार्य परिषद ने अमित कौशिक को एक वेतन वृद्धि रोकते हुए बहाल करने का निर्णय लिया गया। जबकि हर्ष कुमार गुप्ता, राज कुमार गौतम तथा तृप्ति रस्तौगी को बहाल कर दिया गया। वही डिग्री प्रकरण में राजीव कुमार पाल की दो वेतन वृद्धि रोकने व नीरज गुप्ता की एक वेतन वृद्धि रोकते हुए बहाल करने का निर्णय लिया गया।

5- पांच संस्थानों को संबंद्धता प्रदान करने का निर्णय लिया गया। जिन महाविद्यालयों/ संस्थानों की 30 नवंबर को संबद्धता समाप्त हो रही है उन महाविद्यालयों/ संस्थानों को निरीक्षण मंडल द्वारा निरीक्षण  कराने व निरीक्षण आख्या  प्रस्तुत करने का कार्य परिषद द्वारा निर्णय लिया गया। जो महाविद्यालय/ संस्थान निरीक्षण आख्या प्रस्तुत नहीं करेंगे उन महाविद्यालयों/ संस्थानों के विद्यार्थियों को परीक्षा में सम्मलित न करने का निर्णय लिया गया।

6- प्रो0 एसएस बालियान  में संदर्भ में माननीय सेवानिवृत्त न्यायाधीश जी को नामित किया गया था उक्त प्रकरण में उनके द्वारा दी गई जांच आख्या प्रस्तुत कर दी गई है। जो विस्तृत है उस रिपोर्ट को पढने व क्या निर्णय लिया गया उसके लिए कार्य परिषद द्वारा एक तीन सदस्य समिति का गठन कर दिया गया है।

7- कार्य परिषद द्वारा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में एक स्टार्टअप सैल व एक इक्यूवेशन सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया। वह सेल क्या काम करेगा इसके लिए चार सदस्य एक समिति का गठन कर दिया गया है।

माननीय कुलपति जी प्रो0 नरेंद्र कुमार तनेजा की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में प्रति कुलपति प्रो0 वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता, डॉ0 दर्शल लाल अरोडा, डॉ0 अरूण कुमार, डॉ0 हरिभाऊ खांडेकर, प्रो0 हरे कृष्णा, प्रो0 आरके सोनी, प्रो0 रविंद्र कुमार, प्रो0 विजय मलिक, प्रो0 अनुज कुमार, डॉ0 सचिन कुमार, डॉ0 अंजलि मित्तल, डॉ0 जीनत जैदी, डॉ0 आरसी गुप्ता, प्रो0 प्रशांत कुमार, प्रेस प्रवक्त मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।

सुभारती लॉ कॉलिज में संविधान दिवस का हुआ आयोजन

 


सुभारती लॉ कॉलिज में संविधान दिवस का हुआ आयोजन

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी ।। मेरठ










मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज में देश का संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।डॉ.बी.आर.अम्बेडकर शोध पीठ, सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज के तत्वाधान में संविधान दिवस के इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम को गौरवशाली बनाने के लिए इस कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री आलोक सक्सेना (पूर्व जिला जज), सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के.थापलियाल, सुभारती लॉ कॉलिज के निदेशक न्यायमूर्ति राजेश चन्द्रा एवं नीरज कुमार झा (डिप्टी कमान्डेन्ट, रैपिड एक्शन फोर्स) ने दीप प्रजव्लन तथा डॉ. बी.आर.अम्बेडकर को पुष्प अर्पण कर किया।सुभारती लॉ कॉलिज के सेवांग राय एवं श्रृद्धा शेरपा ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ प्रस्तुत किया।

सरदार पटेल सुभारती विधि संस्थान के संकायाध्यक्ष प्रो.डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है तथा इसे राष्ट्र का सर्वोच्च कानून माना जाता है। यह सरकारी संस्थानों की संरचना, ढांचे, शक्तियों और कर्तव्यों का सीमांकन करता है। इसके अलावा संविधान नागरिकों के मौलिक अधिकारों, निर्देशक सिद्धान्तों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है।कार्यक्रम में परिचयात्मक उद्धबोधन में डॉ. रीना बिश्नोई ने आज के कार्यक्रम के एक विषय साइबर क्राइम के बारे में नई-नई जानकारियाँ प्रस्तुत की। 

विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. नीरज कर्ण सिंह ने इस कार्यक्रम का संचालन किया साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। सुभारती लॉ कॉलिज की डॉ. सारिका त्यागी ने सभी अतिथियों का संक्षिप्त परिचय कराया।

नीरज कुमार झा (डिप्टी कमान्डेन्ट, रैपिड एक्शन फोर्स) ने अपने सम्बोधन में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जागरूक रहकर ही साइबर क्राइम से खुद को बचाया जा सकता है। उन्होंने सी.आर.पी.एफ. की सेवा के दौरान अपने मेघालय राज्य से जुड़े अनुभव साझा किये। उन्होंने मिशन शक्ति कार्यक्रम की प्रंशसा करते हुए कहा कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।  डॉ.शशिराज तेवतिया ने साइबार क्राइम विषय पर नई-नई जानकारियाँ देकर ज्ञानवर्धन किया। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया का उपयोग करते समय “क्या करें और क्या ना करें” बातें बतायी। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग, महिलाएं, युवा एवं बच्चें सभी साइबर खतरों के बीच जी रहे हैं। हमारी सजगता ही साइबर खतरों को कम कर सकती है।  

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आलोक सक्सेना (पूर्व जिला जज) ने कहा कि इस साइबर क्राइम मामलों में धोखाधड़ी होने पर पुलिस में रिपोर्ट करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में चुप बैठ जाना अपराधियों के होसलों को बढ़ावा देना है। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण में लीगल एजुकेशन की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि जब तक महिलाओं को अपने विधिक व कानूनी अधिकारों की जानकारी नही होगी उनका शोषण समाज करता रहेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय में शिक्षा के साथदृसाथ कानूनी शिक्षा की पढ़ाई कराने की सलाह भी  दी।

सुभारती लॉ कॉलिज के निदेशक न्यायमूर्ति राजेश चन्द्रा (पूर्व न्यायमूर्ति इलाहाबाद हाइकोर्ट) ने अपने सम्बोधन में साइबर दुनिया को आभासी बताते हुए अपने अनुभव भी साझा किये। उन्होंने संविधान निर्माण से जुड़े कुछ ऐतिहासिक तथ्यों से भी सभी का परिचय कराया।

सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के.थापलियाल ने आर्शिवाद सम्बोधन में कहा कि संविधान की प्रस्तावना की शुरूआत “हम भारत के लोग” शब्दों से शुरू होती है। ये शब्द किसी लोकतांत्रिक देश के गम्भीर चिन्तन का प्रस्तुतीकरण है। भारत का संविधान अपने सभी नागरिकों को विचारों की स्वतन्त्रता और बोलने की स्वतन्त्रता प्रदान करता है। आज का दिन अपने सभी स्वतन्त्रता योद्धाओं को याद करने का महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर हमें संविधान प्रदान किया। आज हमें अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए, छात्र के रूप में शिक्षा प्राप्त करके आप अपने कर्तव्य ही निभा रहे हैं। महिला सशक्तिकरण विषय पर उन्होंने कहा कि महिलाएं सामाजिक रूप से एवं भावनात्मक रूप से पहले से ही सशक्त है। पुरूषों को केवल अपना नजरिया बदलना पडेगा तब जाकर महिलाओं को सशक्तिकरण की आवश्यकता नही होगी।  

कार्यक्रम के अगले चरण में डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी ने उपस्थित सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को मौलिक कर्तव्यों की शपथ दिलायी। विधिक शिक्षा व जागरूकता सप्ताह के अंतिम चरण में संविधान दिवस कार्यक्रम में पूरे सप्ताह आयोजित किए गये विभिन्न कार्यक्रमों के विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम के अंतिम चरण में डॉ. प्रेमचन्द्र ने उपस्थित सभी अतिथियों, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन किया गया। विश्वविद्यालय के अनकों महाविद्यालयों के शिक्षकों व छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

डॉ.आशुतोष गर्ग, आफरीन अल्मास, विकास त्यागी, शालिनी गोयल, एना सिसोदिया, अंजलि यादव, इतिशा जैन एवं अंजुम जहां आदि शिक्षकों का इस कार्यक्रम की सफलता में योगदान रहा।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...