गुरुवार, 1 जुलाई 2021

मध्यप्रदेश: सीएम शिवराज ने मंत्रियों को सौंपे जिलों के प्रभार, तोमर-सिंधिया का रखा गया पूरा ख्याल

 मध्यप्रदेश: सीएम शिवराज ने मंत्रियों को सौंपे जिलों के प्रभार, तोमर-सिंधिया का रखा गया पूरा ख्याल

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मध्य प्रदेश

सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट को ग्वालियर और हरदा जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को इंदौर की कमान थमाई गई है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव को जबलपुर और निवाड़ी का प्रभारी बनाया गया है




मध्यप्रदेश में नई तबादला नीति के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को जिलों के प्रभार सौंप दिए। इस सूची में नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया का खास ख्याल रखा गया है। सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट को ग्वालियर और हरदा जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को इंदौर की कमान थमाई गई है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव को जबलपुर और निवाड़ी का प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा सीएम शिवराज के करीबी नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह को भोपाल की कमान दी गई है।

इन मंत्रियों को सिर्फ एक जिले का प्रभार

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कुल 52 जिले हैं, लेकिन शिवराज सरकार में कैबिनेट और राज्य मंत्रियों की संख्या कुल 30 है। ऐसे में 22 मंत्रियों को दो-दो जिलों का प्रभार सौंपा गया। वहीं, नरोत्तम मिश्रा और भूपेंद्र सिंह समेत आठ मंत्रियों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी गई है। 





















मुख्यमंत्री ने एकांतवास में तय किए जिले

बताया जा रहा है कि आज (30 जून) दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अज्ञात स्थान पर चले गए थे। हालांकि, उनके साथ प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी भी थे। दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को जिले का प्रभार देने की कवायद एकांत में करना चाहते थे। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने तीन दिन पहले ट्रांसफर पॉलिसी जारी की थी, जिसके तहत जिलों में तबादले प्रभारी मंत्री की अनुशंसा से किए जाएंगे। 



















ऐसी है नई तबादला नीति

बता दें कि मध्यप्रदेश की नई तबादला नीति एक जुलाई से लागू होगी। इसमें पहले अनुसूचित क्षेत्रों के रिक्त पदों को भरा जाएगा। वहीं, कोरोना से गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। तहसील, जिला व राज्य स्तर पर तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के तबादले प्रभारी मंत्री व कलेक्टर आपसी समन्वय से करेंगे। मप्र के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी नई ट्रांसफर पॉलिसी में 31 जुलाई तक तबादले हो सकेंगे। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया था कि 1 से 31 मई बीच तबादले हो सकेंगे, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण नीति को लंबित कर दिया गया था।



यूपी: क्षेत्र पंचायत सदस्य के पति का किया अपहरण, ग्रामीणों से घिरता देख छोड़कर भागे बदमाश

 यूपी: क्षेत्र पंचायत सदस्य के पति का किया अपहरण, ग्रामीणों से घिरता देख छोड़कर भागे बदमाश

By- मेरठ खबर (सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी।। उत्तर प्रदेश

गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के अमारी गांव से क्षेत्र पंचायत सदस्य रीता देवी के पति मुराहू राम का अपहरण कर लिया था। जब ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने बदमाशों का रास्ता घेर लिया और गौराखास गांव के पास अपहृत युवक को छोड़कर भाग गए।











गाजीपुर जिले के जखनिया विकास खंड की क्षेत्र पंचायत सदस्य रीता देवी के पति मुराहू राम का बुधवार को अपहरण कर लिया। अपहृत युवक के साथी ने इसकी सूचना गांव के लोगों को दे दी। जिसके बाद लोगों ने गौराखास गांव के पास घेराबंदी कर दी। खुद को घिरते देख अपहर्ता मुराहू राम को छोड़कर भाग निकले। इस संबंध में मुराहू राम ने दो नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।

जानकारी के अनुसार, जखनिया ब्लॉक के गौरा खास स्थित एक विद्यालय पर ब्लॉक प्रमुख के संभावित उम्मीदवार द्वारा क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक रखी गई थी। दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के अमारी गांव से क्षेत्र पंचायत सदस्य रीता देवी के पति मुराहू राम उस बैठक में शामिल होने के लिए घर से निकले थे।

इसी दौरान अमारी गेट के पास बाइक सवार दो युवक उनके पास पहुंचे और उन्हें जबरन बाइक पर बैठाकर कुछ दूर ले गए और फिर एक चार पहिया वाहन में बैठा कर भाग निकले। वहीं इस घटना को देख रहे मुराहू के मित्र ने मोबाइल से गांव के लोगों को उनके अपहरण होने की सूचना दी। उसने बताया कि अपहरणकर्ता गौराखास गांव की ओर भाग रहे हैं।

इसके बाद ग्रामीणों ने उस मार्ग को घेर लिया। अपने को घिरा देख अपहरणकर्ता मुराहू को छोड़कर भाग निकले। घटना की सूचना नजदीकी थाने कोतवाली भुड़कुड़ा को दी गई। थोड़ी ही देर में भुड़कुड़ा कोतवाली पर भीड़ जुट गई। मुराहू राम ने इस संबंध में तहरीर दी है। भुड़कुड़ा कोतवाल अनुराग कुमार ने बताया कि घटनास्थल दुल्लहपुर थाना क्षेत्र में है। फिलहाल पीड़ित की तहरीर कोतवाली में ले ली गई है, जिसे दुल्लहपुर थाने को ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

महंगाई भत्ता में तीन फीसदी वृद्धि तय, 31 प्रतिशत हो जाएगा डीए

 

महंगाई भत्ता में तीन फीसदी वृद्धि तय, 31 प्रतिशत हो जाएगा डीए


By- मेरठ खबर (सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी।। दिल्ली

जुलाई से महंगाई भत्ता (डीए) में तीन फीसदी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। जनवरी-2021 से 28 प्रतिशत डीए निश्चित हो चुका है। तीन फीसदी बढ़ोतरी के बाद 31 प्रतिशत डीए हो जाएगा।












जुलाई से महंगाई भत्ता (डीए) में तीन फीसदी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। जनवरी-2021 से 28 प्रतिशत डीए निश्चित हो चुका है। तीन फीसदी बढ़ोतरी के बाद 31 प्रतिशत डीए हो जाएगा। इसका लाभ करीब 80 लाख केेंद्रीय कर्मियों के अलावा सभी राज्य के कर्मचारियों तथा पेंशनर्स को मिलेगा। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जुलाई 2020 में 336, अगस्त में 338, सितंबर में 340, अक्तूबर में 344, नवंबर में 345, दिसंबर में 342, जनवरी 2021 में 340, फरवरी में 343, मार्च में 344, अप्रैल में 346, मई में 347 अंक रहा।
















वेतन एवं पेंशन निर्धारण के विशेषज्ञ एजी ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी के अनुसार जून में भी 347 सूचकांक अंक रहता है तो 12 महीने का औसतसूचकांक 342.66 अंक होगा। इसके अनुसार महंगाई भत्ता 31.08 प्रतिशत होगा। डीए पूर्णांक में लिया जाता है। ऐसे में जुलाई से डीए 31 फीसदी देय होगा। जनवरी में डीए 28 प्रतिशत निर्धारित हो चुका है। ऐसे में जुलाई से डीए में तीन फीसदी बढ़ोतरी तय है। 













जनवरी 2020 से नहीं मिला डीए में बढ़ोतरी का लाभ

कर्मचारियों को जुलाई 2019 से 17 फीसदी डीए मिल रहा है। कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने इसके बाद जनवरी 2020 से डीए फ्रीज कर दिया है। डीए में हुई वृद्धि का लाभ जुलाई 2021 से दिए जाने के संकेत दिए गए हैं लेकिन अभी तक इसकी घोषणा नहीं हुई है। इस दौरान डीए में बढ़ोतरी की बात करें तो जनवरी 2020 से चार, जुलाई 2020 से तीन और जनवरी 2021 से डीए में चार प्रतिशत वृद्धि निर्धारित हो चुकी है। अब जुलाई 2021 में तीन प्रतिशत वृद्धि तय मानी जा रही है। इस तरह से 14 वृद्धि के साथ जुलाई से 31 प्रतिशत डीए मिलना तय माना जा रहा है।

बुधवार, 30 जून 2021

Sarkari Naukri: एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन करने वाले ध्यान दें! यहां मिल रही 60,000 सैलरी वाली नौकरी

 

Sarkari Naukri: एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन करने वाले ध्यान दें! यहां मिल रही 60,000 सैलरी वाली नौकरी

By- मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। रोजगार













नई दिल्ली: Sarkari Naukri। एग्रीकल्चर करने से ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स के लिए शानदार नौकरी का मौका है। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की सब्सिडियरी कंपनी नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेज में भर्ती हो रही है। हालांकि ये निक्युति कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर होंगी। लेकिन सैलरी 60 हजार रुपये प्रति महीने तक है। ऐसे में इच्छुक और योग्य उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट nabcons.com पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान दें कि आवेदन की आखिरी तारीख 10 जुलाई है।



मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनेगा खेलो इंडिया का एथलेटिक्स सेंटर

 

मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनेगा खेलो इंडिया का एथलेटिक्स सेंटर

By- मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ

खेल निदेशालय की ओर से प्रदेश के चयनित प्रशिक्षण केंद्रों की सूची जारी की गई है, जिसमें मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने देशभर में खोले जा रहे खेलो इंडिया सेंटर के लिए चुना है।

उत्तरप्रदेश में एथलेटिक्स का खेलो इंडिया सेंटर मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में खोला जाएगा। खेल निदेशालय की ओर से प्रदेश के चयनित प्रशिक्षण केंद्रों की सूची जारी की गई है, जिसमें मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने देशभर में खोले जा रहे खेलो इंडिया सेंटर के लिए चुना है। इस केंद्र में खेल प्रशिक्षक के तौर पर एथलेटिक्स के किसी पूर्व अंतरराष्ट्रीय चैंपियन खिलाड़ी को नियुक्ति मिलेगी। 












इसके अलावा मेरठ मंडल के बागपत में कुश्ती, गाजियाबाद में हाकी, गौतमबुद्धनगर में बैडमिंटन और हापुड़ में एथलेटिक्स का खेलो इंडिया सेंटर बनेगा। मुजफ्फरनगर व शामली में भी एथलेटिक्स के खेलो इंडिया सेंटर ही बनाए जाएंगे। इसके साथ ही सहारनपुर में जूडो और बुलंदशहर में बाक्सिंग का खेलो इंडिया सेंटर बनेगा।
 

बराबर होंगे महिला-पुरुष खिलाड़ी
 

खेलो इंडिया ट्रेनिंग सेंटर के लिए जिले में ट्रेनिंग देने के लिए नए प्रतिभाओं को खोज कर तराशा जाएगा। सेंटर पर महिला-पुरुष खिलाड़ियों की संख्या बराबर रहेगी। इस बाबत कोच के तौर पर नियुक्त पूर्व चैंपियन व खेल संगठन जिले में टैलेंट पूल आयोजित करेंगे व खिलाड़ियों को चयनित कर उनका पंजीकरण कराएंगे।
 

प्रशिक्षण केंद्रों का मूल्यांकन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया करेगा। खेलो इंडिया सेंटर के लिए चयनित पूर्व चैंपियन खिलाड़ी व केंद्र पर पंजीकृत खिलाड़ियों को नेशनल स्पोर्ट्स रिपोजिटरी सिस्टम में स्वयं को रजिस्टर कराना अनिवार्य होगा। इन सभी ट्रेनिंग सेंटर के लिए धनराशि सीधे केंद्र सरकार की ओर से साई के जरिए प्रदेश सरकार को आएगी और उसी स्तर से मूल्यांकन भी किया जाएगा।

New DGP of UP : आईपीएस मुकुल गोयल बने यूपी के नए डीजीपी, रह चुके हैं मेरठ के एसएसपी

 

New DGP of UP : आईपीएस मुकुल गोयल बने यूपी के नए डीजीपी, रह चुके हैं मेरठ के एसएसपी

By- मेरठ खबर( सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी।। दिल्ली

New DGP of UP : मुकुल गोयल 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। मुकुल गोयल आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं और एमबीए भी हैं। यूपी के अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी,गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ में एसएसपी रह चुके हैं।

उत्तरप्रदेश के डीजीपी पद की कमान मुकुल गोयल को सौंपी गई है। 1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल फिलहाल एडीजी बीएसएफ के पद पर चंडीगढ़ में तैनात हैं। गोयल ने मंगलवार शाम सीएम योगी से मुलाकात की थी, इसके बाद बुधवार देर शाम उनके नाम की घोषणा हुई। 













प्रदेश के मौजूदा डीजीपी एच सी अवस्थी आज यानी 30 जून को रिटायर हो गए। एच सी अवस्थी ने कोरोना के खतरे को देखते हुए रिटायरमेंट पर रैत‍िक परेड के आयोजन से मना कर दिया था। उनकी विदाई बहुत साधारण तरीके से बिना किसी कार्यक्रम के हुई।
 

कौन हैं मुकुल गोयल

मूल रूप से यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाले मुकुल गोयल 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। मुकुल गोयल आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं और एमबीए भी हैं। यूपी के अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी,गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ में एसएसपी रह चुके हैं। मुकुल गोयल कानपुर, आगरा, बरेली रेंज के डीआईजी और बरेली जोन के आईजी भी रह चुके हैं। इसके अलावा मुकुल गोयल केंद्र में आईटीबीपी, बीएसएफ, एनडीआरएफ में भी काम कर चुके हैं।
 
विवादों से भी रहा नाता
आईपीएस मुकुल का नाम विवादों से जुड़ा है। वर्ष 2000 में सहारनपुर एसएसपी के पद पर तैनाती के दौरान बीजेपी विधायक निर्भय पाल सिंह की हत्या के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
2006 में यूपी में बड़े पैमाने पर पुलिस भर्ती चल रही थी उस दौरान मुकुल गोएल डीआईजी के पद पर आगरा में तैनात थे और वहां के भर्ती बोर्ड के प्रमुख थे। 2007 में मायावती सरकार आने के बाद जब इन मामलों में अफसरों का निलंबन और मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शुरू हुई तब तक मुकुल गोएल और दलजीत चौधरी प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में चले गए थे। 2012 में सत्ता में वापसी के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार ने सभी मुकदमे वापस ले लिए थे।

सोमवार, 28 जून 2021

मुलायम सिंह ने जिस पहलवान को कुश्ती में हराया वो बाद में बन गया सब इंस्पेक्टर, सालों बाद विधानसभा में मिला तो ऐसा था नज़ारा

 मुलायम सिंह ने जिस पहलवान को कुश्ती में हराया वो बाद में बन गया सब इंस्पेक्टर, सालों बाद विधानसभा में मिला तो ऐसा था नज़ारा

By - मेरठ खबर (सह संपादक)प्रवेश कुमार रोहतगी 

मुलायम सिंह यादव ने एक बार छह फीट लंबे पहलवान को अखाड़े में पटखनी दी थी। बाद में मुलायम विधायक बन गए और वह CID में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हो गया। दोनों की मुलाकात कई साल बाद विधानसभा में हुई थी।


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बतौर छात्र नेता अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ा था। बाद में मुलायम सिंह लंबे समय तक विधायक और मुख्यमंत्री तक रहे, लेकिन मुलायम की पहली पसंद राजनीति नहीं बल्कि कुश्ती थी। मुलायम अपने शरीर को मजबूत बनाने के लिए कुश्ती करते थे और स्कूल के दिनों से ही वह इसमें माहिर थे। एक बार मुलायम का मुकाबला करीब 6 फीट लंबे सरयूदीन से हुआ। मुलायम उनसे कद में भी काफी छोटे थे और शरीर भी उनसे कम था।












छह फीट लंबे खिलाड़ी को दी पटखनी: अपनी किताब ‘मुलायम सिंह यादव और समाजवाद’ में देशबंधु वशिष्ठ एक ऐसे ही किस्से का जिक्र करते हैं। मुलायम कुश्ती के मंझे हुए खिलाड़ी थे और सभी दांव पेच जानते थे। दोनों के बीच मुकाबला शुरू हुआ, लेकिन करीब आधे घंटे तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला। आखिरकार अंत में मुलायम ने सरयूदीन को अखाड़े में पटखनी दे दी और मुकाबला अपने नाम कर लिया। इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए, मुलायम ने राजनीति का रास्ता चुना और सरयूदीन ने सी.आई.डी में बतौर सब-इंस्पेक्टर नौकरी जॉइन कर ली।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...