गुरुवार, 1 जुलाई 2021

महंगाई भत्ता में तीन फीसदी वृद्धि तय, 31 प्रतिशत हो जाएगा डीए

 

महंगाई भत्ता में तीन फीसदी वृद्धि तय, 31 प्रतिशत हो जाएगा डीए


By- मेरठ खबर (सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी।। दिल्ली

जुलाई से महंगाई भत्ता (डीए) में तीन फीसदी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। जनवरी-2021 से 28 प्रतिशत डीए निश्चित हो चुका है। तीन फीसदी बढ़ोतरी के बाद 31 प्रतिशत डीए हो जाएगा।












जुलाई से महंगाई भत्ता (डीए) में तीन फीसदी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। जनवरी-2021 से 28 प्रतिशत डीए निश्चित हो चुका है। तीन फीसदी बढ़ोतरी के बाद 31 प्रतिशत डीए हो जाएगा। इसका लाभ करीब 80 लाख केेंद्रीय कर्मियों के अलावा सभी राज्य के कर्मचारियों तथा पेंशनर्स को मिलेगा। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जुलाई 2020 में 336, अगस्त में 338, सितंबर में 340, अक्तूबर में 344, नवंबर में 345, दिसंबर में 342, जनवरी 2021 में 340, फरवरी में 343, मार्च में 344, अप्रैल में 346, मई में 347 अंक रहा।
















वेतन एवं पेंशन निर्धारण के विशेषज्ञ एजी ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी के अनुसार जून में भी 347 सूचकांक अंक रहता है तो 12 महीने का औसतसूचकांक 342.66 अंक होगा। इसके अनुसार महंगाई भत्ता 31.08 प्रतिशत होगा। डीए पूर्णांक में लिया जाता है। ऐसे में जुलाई से डीए 31 फीसदी देय होगा। जनवरी में डीए 28 प्रतिशत निर्धारित हो चुका है। ऐसे में जुलाई से डीए में तीन फीसदी बढ़ोतरी तय है। 













जनवरी 2020 से नहीं मिला डीए में बढ़ोतरी का लाभ

कर्मचारियों को जुलाई 2019 से 17 फीसदी डीए मिल रहा है। कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने इसके बाद जनवरी 2020 से डीए फ्रीज कर दिया है। डीए में हुई वृद्धि का लाभ जुलाई 2021 से दिए जाने के संकेत दिए गए हैं लेकिन अभी तक इसकी घोषणा नहीं हुई है। इस दौरान डीए में बढ़ोतरी की बात करें तो जनवरी 2020 से चार, जुलाई 2020 से तीन और जनवरी 2021 से डीए में चार प्रतिशत वृद्धि निर्धारित हो चुकी है। अब जुलाई 2021 में तीन प्रतिशत वृद्धि तय मानी जा रही है। इस तरह से 14 वृद्धि के साथ जुलाई से 31 प्रतिशत डीए मिलना तय माना जा रहा है।

बुधवार, 30 जून 2021

Sarkari Naukri: एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन करने वाले ध्यान दें! यहां मिल रही 60,000 सैलरी वाली नौकरी

 

Sarkari Naukri: एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन करने वाले ध्यान दें! यहां मिल रही 60,000 सैलरी वाली नौकरी

By- मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। रोजगार













नई दिल्ली: Sarkari Naukri। एग्रीकल्चर करने से ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स के लिए शानदार नौकरी का मौका है। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की सब्सिडियरी कंपनी नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेज में भर्ती हो रही है। हालांकि ये निक्युति कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर होंगी। लेकिन सैलरी 60 हजार रुपये प्रति महीने तक है। ऐसे में इच्छुक और योग्य उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट nabcons.com पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान दें कि आवेदन की आखिरी तारीख 10 जुलाई है।



मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनेगा खेलो इंडिया का एथलेटिक्स सेंटर

 

मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनेगा खेलो इंडिया का एथलेटिक्स सेंटर

By- मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ

खेल निदेशालय की ओर से प्रदेश के चयनित प्रशिक्षण केंद्रों की सूची जारी की गई है, जिसमें मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने देशभर में खोले जा रहे खेलो इंडिया सेंटर के लिए चुना है।

उत्तरप्रदेश में एथलेटिक्स का खेलो इंडिया सेंटर मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में खोला जाएगा। खेल निदेशालय की ओर से प्रदेश के चयनित प्रशिक्षण केंद्रों की सूची जारी की गई है, जिसमें मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने देशभर में खोले जा रहे खेलो इंडिया सेंटर के लिए चुना है। इस केंद्र में खेल प्रशिक्षक के तौर पर एथलेटिक्स के किसी पूर्व अंतरराष्ट्रीय चैंपियन खिलाड़ी को नियुक्ति मिलेगी। 












इसके अलावा मेरठ मंडल के बागपत में कुश्ती, गाजियाबाद में हाकी, गौतमबुद्धनगर में बैडमिंटन और हापुड़ में एथलेटिक्स का खेलो इंडिया सेंटर बनेगा। मुजफ्फरनगर व शामली में भी एथलेटिक्स के खेलो इंडिया सेंटर ही बनाए जाएंगे। इसके साथ ही सहारनपुर में जूडो और बुलंदशहर में बाक्सिंग का खेलो इंडिया सेंटर बनेगा।
 

बराबर होंगे महिला-पुरुष खिलाड़ी
 

खेलो इंडिया ट्रेनिंग सेंटर के लिए जिले में ट्रेनिंग देने के लिए नए प्रतिभाओं को खोज कर तराशा जाएगा। सेंटर पर महिला-पुरुष खिलाड़ियों की संख्या बराबर रहेगी। इस बाबत कोच के तौर पर नियुक्त पूर्व चैंपियन व खेल संगठन जिले में टैलेंट पूल आयोजित करेंगे व खिलाड़ियों को चयनित कर उनका पंजीकरण कराएंगे।
 

प्रशिक्षण केंद्रों का मूल्यांकन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया करेगा। खेलो इंडिया सेंटर के लिए चयनित पूर्व चैंपियन खिलाड़ी व केंद्र पर पंजीकृत खिलाड़ियों को नेशनल स्पोर्ट्स रिपोजिटरी सिस्टम में स्वयं को रजिस्टर कराना अनिवार्य होगा। इन सभी ट्रेनिंग सेंटर के लिए धनराशि सीधे केंद्र सरकार की ओर से साई के जरिए प्रदेश सरकार को आएगी और उसी स्तर से मूल्यांकन भी किया जाएगा।

New DGP of UP : आईपीएस मुकुल गोयल बने यूपी के नए डीजीपी, रह चुके हैं मेरठ के एसएसपी

 

New DGP of UP : आईपीएस मुकुल गोयल बने यूपी के नए डीजीपी, रह चुके हैं मेरठ के एसएसपी

By- मेरठ खबर( सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी।। दिल्ली

New DGP of UP : मुकुल गोयल 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। मुकुल गोयल आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं और एमबीए भी हैं। यूपी के अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी,गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ में एसएसपी रह चुके हैं।

उत्तरप्रदेश के डीजीपी पद की कमान मुकुल गोयल को सौंपी गई है। 1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल फिलहाल एडीजी बीएसएफ के पद पर चंडीगढ़ में तैनात हैं। गोयल ने मंगलवार शाम सीएम योगी से मुलाकात की थी, इसके बाद बुधवार देर शाम उनके नाम की घोषणा हुई। 













प्रदेश के मौजूदा डीजीपी एच सी अवस्थी आज यानी 30 जून को रिटायर हो गए। एच सी अवस्थी ने कोरोना के खतरे को देखते हुए रिटायरमेंट पर रैत‍िक परेड के आयोजन से मना कर दिया था। उनकी विदाई बहुत साधारण तरीके से बिना किसी कार्यक्रम के हुई।
 

कौन हैं मुकुल गोयल

मूल रूप से यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाले मुकुल गोयल 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। मुकुल गोयल आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं और एमबीए भी हैं। यूपी के अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी,गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ में एसएसपी रह चुके हैं। मुकुल गोयल कानपुर, आगरा, बरेली रेंज के डीआईजी और बरेली जोन के आईजी भी रह चुके हैं। इसके अलावा मुकुल गोयल केंद्र में आईटीबीपी, बीएसएफ, एनडीआरएफ में भी काम कर चुके हैं।
 
विवादों से भी रहा नाता
आईपीएस मुकुल का नाम विवादों से जुड़ा है। वर्ष 2000 में सहारनपुर एसएसपी के पद पर तैनाती के दौरान बीजेपी विधायक निर्भय पाल सिंह की हत्या के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
2006 में यूपी में बड़े पैमाने पर पुलिस भर्ती चल रही थी उस दौरान मुकुल गोएल डीआईजी के पद पर आगरा में तैनात थे और वहां के भर्ती बोर्ड के प्रमुख थे। 2007 में मायावती सरकार आने के बाद जब इन मामलों में अफसरों का निलंबन और मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शुरू हुई तब तक मुकुल गोएल और दलजीत चौधरी प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में चले गए थे। 2012 में सत्ता में वापसी के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार ने सभी मुकदमे वापस ले लिए थे।

सोमवार, 28 जून 2021

मुलायम सिंह ने जिस पहलवान को कुश्ती में हराया वो बाद में बन गया सब इंस्पेक्टर, सालों बाद विधानसभा में मिला तो ऐसा था नज़ारा

 मुलायम सिंह ने जिस पहलवान को कुश्ती में हराया वो बाद में बन गया सब इंस्पेक्टर, सालों बाद विधानसभा में मिला तो ऐसा था नज़ारा

By - मेरठ खबर (सह संपादक)प्रवेश कुमार रोहतगी 

मुलायम सिंह यादव ने एक बार छह फीट लंबे पहलवान को अखाड़े में पटखनी दी थी। बाद में मुलायम विधायक बन गए और वह CID में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हो गया। दोनों की मुलाकात कई साल बाद विधानसभा में हुई थी।


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बतौर छात्र नेता अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ा था। बाद में मुलायम सिंह लंबे समय तक विधायक और मुख्यमंत्री तक रहे, लेकिन मुलायम की पहली पसंद राजनीति नहीं बल्कि कुश्ती थी। मुलायम अपने शरीर को मजबूत बनाने के लिए कुश्ती करते थे और स्कूल के दिनों से ही वह इसमें माहिर थे। एक बार मुलायम का मुकाबला करीब 6 फीट लंबे सरयूदीन से हुआ। मुलायम उनसे कद में भी काफी छोटे थे और शरीर भी उनसे कम था।












छह फीट लंबे खिलाड़ी को दी पटखनी: अपनी किताब ‘मुलायम सिंह यादव और समाजवाद’ में देशबंधु वशिष्ठ एक ऐसे ही किस्से का जिक्र करते हैं। मुलायम कुश्ती के मंझे हुए खिलाड़ी थे और सभी दांव पेच जानते थे। दोनों के बीच मुकाबला शुरू हुआ, लेकिन करीब आधे घंटे तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला। आखिरकार अंत में मुलायम ने सरयूदीन को अखाड़े में पटखनी दे दी और मुकाबला अपने नाम कर लिया। इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए, मुलायम ने राजनीति का रास्ता चुना और सरयूदीन ने सी.आई.डी में बतौर सब-इंस्पेक्टर नौकरी जॉइन कर ली।

पूर्व IAS ने सीएम योगी और बीजेपी पर साधा निशाना, बोले- बंगाल के बाद अब यूपी भी खतरे में आ गया है।

 पूर्व IAS ने सीएम योगी और बीजेपी पर साधा निशाना, बोले- बंगाल के बाद अब यूपी भी खतरे में आ गया है।

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। नई दिल्ली

जनसंख्या नियंत्रण के विषय पर ही ट्वीट करते हुए पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि बंगाल के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी हिंदू खतरे में आ गया है।











भारत में बढ़ती जनसंख्या चिंता का विषय है, लेकिन इसकी आड़ में तमाम पार्टियां अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने में लगी हुई है। जनसंख्या नियंत्रण के विषय पर ही ट्वीट करते हुए पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि बंगाल के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी हिंदू खतरे में आ गया है। भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए उन्होंने आगे लिखा कि सिलेबस कोई भी हो, प्रश्न कैसा भी हो, भाजपा हर जगह एक ही उत्तर लिख कर आ जाती है। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव पर भी उन्होंने टिप्पणी की। उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश चुनाव तक अब नफ़रत फैलाने का कारोबार चरम पर रहेगा। दिल थाम कर बैठिए, अभी बहुत कुछ झेलना है।


सीओ के लड़के ने दी मुलायम सिंह यादव के टीचर को धमकी तो रातों-रात हो गया था ट्रांसफर, दिलचस्प है किस्सा

 सीओ के लड़के ने दी मुलायम सिंह यादव के टीचर को धमकी तो रातों-रात हो गया था ट्रांसफर, दिलचस्प है किस्सा

By - मेरठ खबर (सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी

स्कूल में मुलायम सिंह यादव के टीचर रहे उदय प्रताप सिंह ने एक किस्सा साझा किया है। उन्होंने बताया कि सीओ के लड़के ने एक बार धमकी दे दी थी। जिसके बाद मुलायम को इसकी खबर दी गई और सीओ का ट्रांसफर हो गया था।












समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने स्कूल में पढ़ते हुए ही केंद्र की इंदिरा सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया था। मुलायम के टीचर उदय प्रताप सिंह याद करते हैं कि वह अपने स्कूल के दिनों में ही ‘नेताजी’ बन गए थे। उनके साथ के छात्र उन्हें नेताजी कहकर बुलाते थे। कई बार स्कूल में ये सुनने पर अजीब लगा तो उदय प्रताप सिंह ने इसके बारे में क्लास में पूछ लिया तो उन्हें छात्रों ने बताया कि मुलायम राम मनोहर लोहिया के आंदोलन के साथ जुड़ गए हैं इसलिए सभी छात्र उन्हें ‘नेताजी’ कहते हैं।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...