रविवार, 20 जून 2021

Unlock UP: 21 जून से यूपी में मॉल-रेस्तरां 50 पर्सेंट और ऑफिस पूरी क्षमता से खुल सकेंगे...जानें क्या हैं गाइडलाइंस

 Unlock UP: 21 जून से यूपी में मॉल-रेस्तरां 50 पर्सेंट और ऑफिस पूरी क्षमता से खुल सकेंगे...जानें क्या हैं गाइडलाइंस

By - मेरठ खबर (सह संपादक प्रवेश) कुमार रोहतगी उत्तर प्रदेश
लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार से प्रतिबंधों में और ढील देने का ऐलान किया है। 21 जून से प्रतिष्ठान, मॉल और रेस्तरां सुबह 7 से रात 9 बजे तक 50% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा सोमवार से शुक्रवार तक सभी सरकारी कार्यालय 100% क्षमता के साथ खुलेंगे।










निजी कंपनियां भी अपने कार्यालयों को इसी नियम के आधार पर पूरी क्षमता के साथ खोल सकेंगी। शनिवार को मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी इसके आदेश जारी कर दिए।

जारी रहेगी वीकेंड बंदी
जिन जगहों को खोलने की अनुमति दी गई है, वहां कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। हालांकि, प्रदेशभर में वीकेंड बंदी पहले की तरह लागू रहेगी। नई गाइडलाइंस के अनुसार, रेस्तरां और अन्य ईटिंग पॉइंट्स में बैठने की व्यवस्था एक कुर्सी छोड़कर करनी होगी। मॉल्स में संचालित शोरूम्स को अपने यहां कोविड हेल्प डेस्क बनानी होगी। रेलवे स्टेशन, बस-स्टेशन पर स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की सुविधा भी रहेगी। इस दौरान पुलिस पट्रोलिंग कर ध्यान देगी कि कहीं भी भीड़ न जुटने पाए।

शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे

सरकार ने अभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान खोलने की अनुमति नहीं दी है। अगले आदेश तक सिनेमा हॉल, स्टेडियम, स्विमिंग पूल और जिम भी बंद रहेंगे। जूलूस और भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रम भी नहीं होंगे। पुरातत्व विभाग के स्मारक और उद्यान भी अपने पूर्व निधार्रित समय से खोले जा सकेंगे। जिन जिलों में 500 से ज्यादा कोरोना केस होंगे, वहां कोरोना कर्फ्यू में छूट खत्म हो जाएगी।

इनका रखना होगा ध्यान

- 50 लोग ही शादियों में आ सकेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य।
- धार्मिक स्थानों पर एक बार में अधिकतम 50 लोग एकत्रित हो सकेंगे।
- दोपहिया वाहन निर्धारित क्षमता के अनुसार चलने की अनुमति।
- तीन पहिया वाहनों में चालक के साथ अधिकमत तीन लोग और चारपहिया वाहन में चार लोग बैठ सकेंगे।



UP: ITI के इन छात्रों को मिलेगा लैपटॉप, संस्थानों से मांगी गई लिस्ट

 

UP: ITI के इन छात्रों को मिलेगा लैपटॉप, संस्थानों से मांगी गई लिस्ट

By - मेरठ खबर (सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी। देश


आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ समेत सूबे के सभी सरकारी ITI में 67 ट्रेडों में पढ़ाई होती है. सरकारी संस्थानों के इन ट्रेडो में छात्रों को 12वीं में प्राप्त मेरिट के आधार पर 1,20,575 सीटों पर प्रवेश दिया जाता है.











नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है. छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए प्रदेश के ITI संस्थानों में भी सिर्फ ऑनलाइन कक्षाएं ही संचालित की जा रही हैं. ऐसे में जिन मेधावी छात्रों के पास लैपटॉप नहीं है, उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इसी को ध्यान में रखते  हुए उत्तर प्रदेश सरकार मेधावियों को लैपटॉप और टैबलेट देने की तैयारी कर रही है. इसके लिए व्यावसायिक शिक्षा विभाग ने लखनऊ समेत प्रदेश के सभी 305 सरकारी आइटीआइ से मेधावियों की सूची मांगी है.

अखिलेश यादव की बहन ने लिए सात फेरे, खुशियों से झूमा मुलायम परिवार,

 अखिलेश यादव की बहन ने लिए सात फेरे, खुशियों से झूमा मुलायम परिवार,

By - मेरठ खबर (सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी। देश
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नातिन, अखिलेश और तेज प्रताप यादव की बहन दीपाली की शादी आज धूमधाम से हुई। कोरोना की वजह से शादी में चुनिंदा लोगों को ही आमंत्रित किया गया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव परिवार संग शुक्रवार को सैफाई पहुंच गए थे।











दीपाली, सैफई के पहले ब्लॉक प्रमुख स्व.रणवीर सिंह यादव और निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख मृदुला यादव की बेटी हैं। दीपाली की शादी का समारोह 19-20 जून को हुआ। 19 जून को बड़ी दावत हुई, इसमें आसपास गांवों के लोगों को बुलाया गया। 20 जून को शादी हुई। यह समारोह नेताजी मुलायम सिंह के पैतृक आवास पर हुआ।









दीपाली की शादी जसराना फिरोजाबाद के गांव फरीदा के रहने वाले जवाहर सिंह यादव के पुत्र अश्वनी यादव के साथ तय हुई है। अश्वनी चंडीगढ़ सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। 7 मार्च 2021 को सैफई में सगाई की रश्म हो चुकी है ।








शादी में बिहार से राजद नेता लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप परिवार संग समारोह में रविवार की सुबह कार से पहुंचे।











अपनी बहन की शादी के कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कल ही पहुंच गए थे। सभी रस्मों में वह खुद मौजूद रहे।











दीपाली की शादी के लिए सैफई को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मुलायम परिवार के सभी आवासों को रंग-बिरंगी लाइटों और झालरों से पाट दिया गया है।




यूपी में आज से कार्डधारकों को मिलेगा मुफ्त राशन, 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल देगी योगी सरकार

 

यूपी में आज से कार्डधारकों को मिलेगा मुफ्त राशन, 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल देगी योगी सरकार

By - मेरठ खबर (सह संपादक)प्रवेश कुमार रोहतगी। देश
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से तहत सभी अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारकों को प्रदेश सरकार जून, जुलाई एवं अगस्त के महीने में मुफ्त राशन उपलब्ध कराएगी। योजना के तहत जून माह का वितरण रविवार से शुरू होकर 30 जून तक चलेगा। इसके अलावा अंत्योदय कार्डधारकों को जून माह में तीन किलोग्राम चीनी का वितरण 18 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से किया जाएगा।










यह जानकारी शनिवार को प्रदेश के खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने दी। उन्होंने बताया कि वितरण की अंतिम तिथि 30 जून को आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से खाद्यान्न प्राप्त न कर सकने वाले उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल ओटीपी वेरीफिकेशन के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किया जा सकेगा। 

इस अवधि में अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किलोग्राम खाद्यान्न (20 किलो गेहूं व 15 किलो चावल) तथा पात्र गृहस्थी राशन कार्डों से संबद्ध यूनिटों पर पांच किलोग्राम खाद्यान्न प्रति यूनिट (तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल) का निःशुल्क वितरण लाभार्थियों में कराया जाएगा। 

खाद्य आयुक्त ने बताया कि चीनी के वितरण में पोर्टेबिलिटी की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। अन्त्योदय राशन कार्डधारक अपनी मूल उचित दर दुकान से ही चीनी प्राप्त कर सकेंगे। 

यूपी में दो से अधिक बच्चे वालों की सुविधाओं में होगी कटौती, सरकारी योजनाओं के लाभ से किया जा सकता है वंचित

 

यूपी में दो से अधिक बच्चे वालों की सुविधाओं में होगी कटौती, सरकारी योजनाओं के लाभ से किया जा सकता है वंचित

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी । देश

Population Control Law विधि आयोग ने अब जनसंख्या नियंत्रण के बड़े मुद्दे पर अपना काम शुरू किया है। इसके तहत दो से अधिक बच्चों के अभिभावकों को सरकारी सुविधाओं के लाभ से वंचित किए जाने को लेकर विभिन्न बि‍ंदुओं पर अध्ययन होगा।

लखनऊ, [राज्य ब्यूरो]। हम दो हमारे दो। बच्चे दो ही अच्छे। ऐसी सोच रखने वालों के लिए सूबे में आने वाले दिनों में जि‍ंदगी की राह आसान होगी। जनसंख्या के लिहाज से देश की सर्वाधिक आबादी वाले सूबे उत्तर प्रदेश में अब दो से अधिक बच्चे वाले अभिभावकों की मुश्किलें बढऩे वाली हैं। राज्य विधि आयोग ने प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून का मसौदा बनाना शुरू कर दिया है। आयोग, फिलहाल राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत कुछ अन्य राज्यों में लागू कानूनों के साथ सामाजिक परिस्थितियों व अन्य बि‍ंदुओं पर अध्ययन कर रहा है। जल्द वह अपना प्रतिवेदन तैयार कर राज्य सरकार को सौंपेगा।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए बनेगा कानून, राज्य विधि आयोग ने शुरू किया अध्ययन।जनसंख्या नियंत्रण के लिए बनेगा कानून, राज्य विधि आयोग ने शुरू किया अध्ययन।जनसंख्या नियंत्रकानून, रासूबे में बीते चार वर्षों में उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम व उप्र लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली अधिनियम समेत कई नए कानून लागू किए गए हैं, जबकि कई अहम कानूनों में बदलाव की रूपरेखा भी तैयार की जा चुकी है। इसी कड़ी में विधि आयोग ने अब जनसंख्या नियंत्रण के बड़े मुद्दे पर अपना काम शुरू किया है। इसके तहत दो से अधिक बच्चों के अभिभावकों को सरकारी सुविधाओं के लाभ से वंचित किए जाने को लेकर विभिन्न बि‍ंदुओं पर अध्ययन होगा। खासकर सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली सुविधाओं में कितनी कटौती की जाए, इस पर मंथन होगा। फिलहाल राशन व अन्य सब्सिडी में कटौती के विभिन्न पहलुओं पर विचार शुरू कर दिया गया है।

सूबे में इस कानून के दायरे में अभिभावकों को किस समय सीमा के तहत लाया जाएगा और उनके लिए सरकारी सुविधाओं के अलावा सरकारी नौकरी में क्या व्यवस्था होगी, ऐसे कई बि‍ंदु भी बेहद अहम होंगे। आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एएन मित्तल का कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर असोम, राजस्थान व मध्य प्रदेश में लागू कानूनों का अध्ययन शुरू कर किया गया है। बेरोजगारी व भुखमरी समेत अन्य पहलुओं को ध्यान में रखकर विभिन्न बि‍ंदुओं पर विचार के आधार पर प्रतिवेदन तैयार किया जाएगा।


आयोग के इन प्रतिवेदनों को किया गया मंजूर      

राज्य विधि आयोग के दो प्रतिवेदन के तहत राज्य सरकार करीब 470 निष्प्रयोज्य व अनुपयोगी अधिनियमों को खत्म कर चुकी है, जबकि कई अन्य को समाप्त करने पर विचार चल रहा है। आयोग की सिफारिश पर उप्र गो-वध निवारण (संशोधन) अधिनियम-2020 बना। सूबे में आदर्श किराया नियंत्रण व बेदखली को लेकर अध्यादेश लागू हुआ। राज्य में किन्नर समुदाय के सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक उत्थान, कृषि तथा संपत्ति में उत्तराधिकार को कर उप्र राजस्व संहिता (संशोधन) अधिनियम 2020 बनाया गया। उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून बना। प्रदेश में महिलाओं से चेन, पर्स, मोबाइल व अन्य आभूषण लूटने की घटनाओं पर प्रतिबंध के लिए कड़ी सजा के प्रस्ताव को मानकर राज्य सरकार ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा। उप्र लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली को लेकर कानून लागू। उप्र शहरी भवन किरायेदारी विनियमन के लिए अध्यादेश लागू।
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Indian Navy Recruitment 2021: भारतीय नौसेना में बिना परीक्षा के बन सकते हैं अधिकारी, बस होना चाहिए ये क्वालीफिकेशन, मिलेगी अच्छी सैलरी

 Indian Navy Recruitment 2021: भारतीय नौसेना में बिना परीक्षा के बन सकते हैं अधिकारी, बस होना चाहिए ये क्वालीफिकेशन, मिलेगी अच्छी सैलरी

By - मेरठ खबर (सह संपादक )प्रवेश कुमार रोहतगी। देश

Indian Navy Recruitment 2021: उम्मीदवार आवेदन करने से पहले इन सभी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान से पढ़ें.
Indian Navy Recruitment 2021: भारतीय नौसेना (Indian Navy) अधिकारी बनने का मन बना रहे युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है. इसके लिए (Indian Navy Recruitment 2021) भारतीय नौसेना ने शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत ऑफिसर के पदों (Indian Navy Recruitment 2021) के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों (Indian Navy Recruitment 2021) के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे Indian Navy की आधिकारिक वेबसाइट पर joinindiannavy.gov.in जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. इन पदों (Indian Navy Recruitment 2021) के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जून, 2021 है.













इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://www.joinindiannavy.gov.in/en/account/account/state पर क्लिक करके भी इन पदों (Indian Navy Recruitment 2021) के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक https://www.joinindiannavy.gov.in/en/event/naseem-al-bahr-2016-visit-of-royal-navy-of-oman-ships.html के जरिए आधिकारिक नोटिफिकेशन (Indian Navy Recruitment 2021) भी देख सकते हैं. इस भर्ती (Indian Navy Recruitment 2021) प्रक्रिया के तहत 50 SSC अधिकारी के पदों को भरा जाएगा. पाठ्यक्रम जनवरी 2022 से भारतीय नौसेना अकादमी, INA एझिमाला, केरल में शुरू होगा. चयनित उम्मीदवारों को दो अलग-अलग पाठ्यक्रमों- सामान्य सेवा (एक्जीक्यूटिव) और हाइड्रोग्राफी के साथ प्रशिक्षण लेना होगा.
ऑनलाइन आवेदन करने की शुरुआत तिथि: 11 जून
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 26 जून

SSC सामान्य सेवा: 47 पद

हाइड्रो कैडर: 3 पद

Indian Navy Recruitment 2021 के लिए योग्यता मापदंड

उम्मीदवारों के पास न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी विषय में बीई/बीटेक होना चाहिए.

Indian Navy Recruitment 2021 के लिए चयन प्रक्रिया

उम्मीदवारों का चयन पांचवें सेमेस्टर में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त प्रविष्टियों और अंकों की वरीयता के आधार पर होगा. एसएससी साक्षात्कार 21 जुलाई से बैंगलोर/भोपाल/विशाखापत्तनम और कोलकाता में अस्थाई रूप से निर्धारित किए जाएंगे. मेरिट लिस्ट SSB के आधार पर तैयार की जाएगी. SSB द्वारा अनुशंसित और चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित उम्मीदवारों को प्रवेश-वार मेरिट सूची और संबंधित प्रविष्टि में रिक्तियों की संख्या के आधार पर प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया जाएगा.

संघमाता डा. मुक्ति भटनागर को नम आंखों से दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि



संघमाता डा. मुक्ति भटनागर को नम आंखों से दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

By - मेरठ खबर ( सह संपादक) प्रवेश कुमार रोहतगी। मेरठ

सुभारती परिवार के सदस्यों ने ‘‘संघमाता डा. मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउंडेशन‘‘ की स्थापना की। संघमाता द्वारा चिकित्सा, शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में किये गये महान कार्यों को याद करते हुए सुभारती परिवार सहित देश विदेश से शामिल सामाजिक संस्थाओं, राजनैतिक व धार्मिक सहित हर वर्ग के व्यक्तियों ने अर्पित की श्रद्धांजलि।









मेरठ। सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर को विश्वविद्यालय परिसर स्थित मांगल्या प्रेक्षागृह में सुभारती परिवार की ओर से श्रद्धांजलि सभा आयोजित करके श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

सभा का आरम्भ संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के चित्र के समक्ष सुभारती परिवार के मुखिया डा. अतुल कृष्ण बौद्ध के नेतृत्व में परिवार के सदस्य डा.शल्या राज, डा. रोहित रविन्द्र, डा. कृष्णा मूर्ति, डा.आकांक्षा, अवनि, राहुल एवं डा.हिरो हितो ने दीप प्रज्जवलन करते हुए पुष्पांजलि के साथ किया। इस दौरान भिक्षु संघ ने बौद्ध विद्वान डा. चन्द्रकीर्ति के साथ मंगलाचरण वंदना प्रस्तुत की। 


डा. अतुल कृष्ण बौद्ध ने श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित सभी अतिथियों का हृदय से आभार प्रकट किया। उन्होंने अपने द्वारा लिखित भाव को उद्घोषक विवेक संस्कृति के माध्यम से सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के द्वारा चिकित्सा, शिक्षा, समाज सेवा सहित बौद्ध दर्शन के प्रचार प्रसार हेतु किये गये उत्कर्ष्ट कार्यों की गाथा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वह डा. मुक्ति के आदर्शों को ग्रहण करते हुए अपने मन को शान्त रखकर शीलों का पालन करने के साथ अपने कष्टों को भूलकर समाज में अन्य लोगो के कष्टों का निवारण करने के लिये तत्पर है। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि देने की दिशा में सुभारती परिवार ने ‘‘संघमाता डा. मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउंडेशन‘‘ की स्थापना की है। इस फाउंडेशन के माध्यम से विश्वभर में संघमाता द्वारा विचारित योजनाओं को मानव कल्याण की दिशा में लक्ष्य तक पहुंचाया जाएंगा। उन्होंने कहा कि संघमाता के परिनिर्वाण के बाद भले ही वो मूर्त रूप से हम सबके बीच नही है लेकिन उनके विचार व भावनाएं हम सबके साथ हमेशा है और इन्हीं के माध्यम से सुभारती को उन्नत करते हुए भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन किया जाएगा। उन्होंने अंत में कहा कि दुख की इस कठिन घड़ी में जिस प्रकार सुभारती परिवार सहित समाज के हर वर्ग के लोगो ने उन्हें सांत्वना देते हुए मानसिक साहस दिया है, इसके लिये वह हृदय से सभी के आभारी है।









कार्यक्रम में संघमाता के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया गया। पत्रकारिता संकाय के प्राचार्य डा. नीरज कर्ण सिंह द्वारा संघमाता के जीवन पर लिखित कविता ‘मेरी मॉ मुक्ति‘ सुनाकर उन्होंने सभी को भाव विभोर कर दिया। 


इसके अलावा वियतनाम बौद्ध संघ के प्रथम संघ राजा थिक ट्री कुआंग, वियतनाम बुद्धिस्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डा. थिक ना थू, विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्ष डा. पौन चाय पिनया पौ, परम पावन ताई सितुपा रिनपोचे, परम पूज्य डा. धम्मापिया, परम पूज्य अनिरूद्ध श्रीलंका, पूज्य आचार्य किनले गयाल से भूटान, म्यांमार के राजदूत डा. मियो औंग, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित, सहित देश विदेश की सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक संस्थाओं सहित व्यक्ति विशेषों ने भाव प्रकट करते हुए संघमाता को श्रद्धांजलि अर्पित की।


सुभारती फाईन आर्ट कॉलिज में संघमाता द्वारा बनाई गई अद्भुत भव्य सुन्दर चित्रकारी का अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के माध्यम से ऑनलाइन शुभारंभ किया गया।


सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने संघमाता द्वारा बनाई गई भव्य कलाकृतियों को मांगल्या प्रेक्षागृह की स्क्रीन पर सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि मॉ के द्वारा की गई चित्रकारी में भारतीय कला, सभ्यता, संस्कार व प्रकृति की छटा बिखरी हुई है। जिसमें मधुबनी, मिथिला, गौंडा सहित संघमाता ने परंपरागत कला में तथागत बुद्ध को अपनी रचनात्मक कला से भव्यता के साथ दर्शाया है।


वैदिक श्लोक फाईन आर्ट कॉलिज से डा. भावना ग्रोवर, डा. आकांक्षा व डा. प्रीति ने प्रस्तुत किया।


अंत में संघमाता के परिनिर्वाण से कुछ दिन पूर्व का ऑडियों संदेश जिसमें उन्होंने सुभारती परिवार के लिये अपना अंतिम संदेश दिया था उसको सुनाया गया। संघमाता के संदेश को सुनकर हर कोई भावुक हो उठा।


मंच संचालन डा. नीरज कर्ण सिंह, ई. अर्चिता भटनागर ने किया।


इस अवसर पर देहरादून के मेयर श्री सुनील उनियाल, भाजपा नेता श्री विनीत अग्रवाल शारदा, एडिशनल डायरेक्टर राजकुमार, अपर जिला जज हर्ष अग्रवाल, सिविल जज विनय कुमार, सीजेएम देवेन्द नाथ गोस्वामी, देशराज, कुलपति डा. वी.पी. सिंह, पूर्व कुलपति डा.एन.के आहूजा, पूर्व जस्टिस राजेश चन्द्रा, प्रति कुलपति डा. विजय वधावन,  डा. एसडी खान, सैयद ज़फ़र हुसैन, डा.ए.के. श्रीवास्तव, डा. निखिल श्रीवास्तव, डा. विनीता निखिल, डा सत्यम खरे, डा. वैभव गोयल भारतीय, डा. पिन्टू मिश्रा, डा. पूजा गुप्ता, डा. अभय शंकरगौड़ा, डा. मनोज कपिल, डा. संदीप चौधरी, डा. मनोज त्रिपाठी, ई. विवेक तिवारी, ई. आकाश भटनागर, अनम शेरवानी, विशाल सिंह, डा. आरपी सिंह, हर्षवर्धन कौशिक, शरदचन्द्र, राजकुमार सागर, इंन्द्रपाल, आनन्दपाल, वीरपाल आदि सहित सुभारती परिवार के समस्त सदस्य उपस्थित रहे।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...