मेरठ से मंत्री बनने की दौड़ में चर्चित विधायक हस्तिनापुर दिनेश खटीक मेरठ कैंट से अमित अग्रवाल और मेरठ दक्षिण से सोमेंद्र तोमर मंत्रिमंडल में भागीदारी तय
मेरठ से मंत्री बनने की दौड़ में चर्चित विधायक हस्तिनापुर दिनेश खटीक मेरठ कैंट से अमित अग्रवाल और मेरठ दक्षिण से सोमेंद्र तोमर मंत्रिमंडल में भागीदारी तय
लखनऊ। 13 मार्च (मेरठ ख़बर लाइव न्यूज) विधानसभा चुनाव 2022 में मेरठ में भाजपा ने अपनी तीन सीटें जरूर गंवाई हो, मगर योगी मंत्रिमंडल में मेरठ के तीन विधायकों को जगह मिल सकती है। मेरठ के हस्तिनापुर से जीते दिनेश खटीक, कैंट से अमित अग्रवाल और दक्षिण सीट से जीते सोमेंद्र तोमर के मंत्री बनने की संभावनाएं बढ़ी हैं।
दिनेश खटीक दोबारा बन सकते हैं मंत्री
मेरठ के हस्तिनापुर सीट से जीते भाजपा के दिनेश खटीक के इस सरकार में दोबारा मंत्री बनने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। दिनेश खटीक को चुनाव से चार महीने पहले योगी सरकार में सिंचाई, बाढ़ का राज्यमंत्री बनाया गया। हस्तिनापुर दलित आरक्षित सीट है। दिनेश खटीक ने यहां से लगातार दूसरी जीत हासिल की है। हस्तिनापुर सीट पर दिनेश खटीक पहले ऐसे विधायक हैं जिसने इस मिथक को तोड़ा है कि हस्तिनापुर से कोई विधायक लगातार दो बार चुनाव नहीं जीतता। वहीं, एक मिथक की जिस पार्टी ने हस्तिनापुर जीता, उसी ने यूपी में सरकार बनाई और इसको बरकरार रखा है। अपने विपक्षी मजबूत दावेदार सपा के योगेश वर्मा को हराकर दिनेश ने जीत दर्ज कराई है। ऐसे में मंत्रिमंडल में दोबारा दिनेश को लिया जा सकता है।
पहले भी मंत्रिमंडल में था सोमेंद्र का नाम मेरठ दक्षिण सीट से जीते भाजपा के सोमेंद्र तोमर की यह लगातार दूसरी जीत है। 2017 के चुनाव में भी सोमेंद्र ने चुनाव जीता और इस बार भी जीत दर्ज की है। लगातार दूसरी जीत के बाद सोमेंद्र तोमर गुर्जर जाति के बड़े नेता के रूप में सामने हैं। ऐसे में सोमेंद्र की दावेदारी काफी मजबूत है। पिछली बार भी मंत्रिमंडल विस्तार के समय गुर्जर जाति के प्रतिनिधित्व के कारण सोमेंद्र तोमर का नाम सूची में आया था। अब दूसरी जीत से सोमेंद्र को इसका फायदा मिलने के आसार हैं।
वैश्य बिरादरी के लिए अमित अग्रवाल को मौका
मेरठ कैंट सीट से जीते भाजपा के अमित अग्रवाल पहले चरण के सबसे अमीर प्रत्याशी थे। वहीं अमित अग्रवाल ने एक लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की है। वैश्य बिरादरी में बड़ा नाम होने के कारण अमित अग्रवाल को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। हालांकि मुजफ्फरनगर के कपिल देव अग्रवाल को पिछली सरकार में मंत्री बनाया गया था। इस बार भी कपिलदेव अग्रवाल जीते हैं।
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