गुरुवार, 17 फ़रवरी 2022

यूक्रेन-रूस संकट: UNSC की बैठक में भारत ने कहा- सभी पक्ष शांति से हल निकालें

 

यूक्रेन-रूस संकट: UNSC की बैठक में भारत ने कहा- सभी पक्ष शांति से हल निकालें


नई दिल्ली। 17 फरवरी 2022 ( मेरठ ख़बर लाइव न्यूज ) यूक्रेन और रूस में जारी तनाव को लेकर हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक में भारत ने दोनों पक्षों को शांति से काम लेने के लिए कहा है।गुरुवार को यूक्रेन पर यूएनएससी बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा हासिल करने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सभी पक्षों को तनाव बढ़ाने वाले किसी भी कदम से बचना चाहिए। इस मामले को हल करने के लिए शांत और रचनात्मक कूटनीति की जरूरत है।टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, 20,000 से ज्यादा भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्र भी शामिल हैं। भारतीय नागरिकों की भलाई हमारे लिए प्राथमिकता है। भारत की रुचि एक ऐसा समाधान खोजने में है जो इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाए। हम गंभीर और निरंतर राजनयिक प्रयासों से स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने आह्वान को दोहराते हैं। उन्होंने अपने संबोधन में यूक्रेन और रूस में हुए मिन्स्क समझौता का भी जिक्र किया और कहा कि इस पर सभी पक्षों को मानना चाहिए।






रूस-अमेरिका के एक दूसरे पर आरोप

रूस ने यूक्रेन से लगी अपनी सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिक तैनात कर रखे हैं। जिसके बाद ये अंदेशा है कि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला हो सकता है। हालांकि रूस लगातार इस बात से इनकार कर रहा है कि उसका यूक्रेन पर आक्रमण करने की कोई योजना है। बता दें कि रूस की ओर से यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की बात पर नाराजगी जताई जा रही है। रूस की ओर से अमेरिका और दूसरे देशों पर यूक्रेन या किसी भी पूर्व-सोवियत देश को नाटो में शामिल ना किए जाने के लिए कहा जा रहा है।

बैठक में अमेरिका ने कहा कि ये संकट इस परिषद के प्रत्येक सदस्य और दुनिया के सभी देशों को सीधे प्रभावित कर रहा है। रूस स्पष्ट रूप से दुनिया को बताए कि वो क्या करने जा रह है। वो अपने सैनिकों को वापस बुलाए और राजनयिकों को बातचीत के लिए भेजे। वहीं रूस ने यूएनएससी में कहा कि पश्चिम देश का एकमात्र लक्ष्य युद्ध करना है। अगर ऐसा नहीं होता तो यूक्रेन सरकार मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए मजबूर होती। ऐसा ना होने का मतलब साफ है कि पश्चिम रूस के साथ युद्ध चाहता है।

रूस यूक्रेन सीमा पर बढ़ी सेना

रूस ने यूक्रेन से लगी अपनी सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिक तैनात कर रखे हैं। जिसके बाद ये अंदेशा है कि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला हो सकता है। हालांकि रूस लगातार इस बात से इनकार कर रहा है कि उसका यूक्रेन पर आक्रमण करने की कोई योजना है। बता दें कि रूस की ओर से यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की बात पर नाराजगी जताई जा रही है। रूस की ओर से अमेरिका और दूसरे देशों पर यूक्रेन या किसी भी पूर्व-सोवियत देश को नाटो में शामिल ना किए जाने के लिए कहा जा रहा है।



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