अपने चित को इतना पवित्र बनाओ, भगवान स्वयं इसमें निवास करें - स्वामी अभ्यानंद सरस्वती
अपने चित को इतना पवित्र बनाओ, भगवान स्वयं इसमें निवास करें - स्वामी अभ्यानंद सरस्वती
By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ
मेरठ। राधा गोविंद मंडप गढ़ रोड में भव्य श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस पर आज दिनांक 29 दिसंबर को हरिद्वार से पधारे कथा व्यास अनन्त श्री विभूषित महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी अभयानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया हमारे अंदर विषाद यदि परमात्मा के लिए है तो वह प्रसाद बन जाता है और यदि विषाद स्वयं के लिए है तो अवसाद बन जाता है परमपिता परमेश्वर प्रेम के विषिभूत होकर विभिन्न युगों में अवतार धारण करते हैं।
"चित्रकूट रघुनंदन छाए" का वर्णन करते हुए स्वामी जी ने बताया कि हमारा चित ही चित्रकूट है , इसको इतना पवित्र बनाओ की भगवान स्वयं इसमें निवास करें। मुख्य यजमान मनोज कुमार गुप्ता एवं बबीता अग्रवाल द्वारा पूज्य गुरुदेव का तिलक एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया। अंत में आरती और प्रसाद के साथ कथा संपन्न हुई। इस अवसर पर त्रिवेणी अलमीरा के निदेशक वरुण तिवारी, सुमित्रा तिवारी, शरद तिवारी, छाया तिवारी द्वारा स्वामी जी का पूजन किया गया। कथा में मीना अग्रवाल , मनोज कुमार गुप्ता, बबीता गुप्ता, गोविंद अग्रवाल, वृंदा अग्रवाल, आर के प्रसाद, देवेन्द्म प्रकाश, घनश्याम सिंह, राजीव संगारी, मीडिया प्रभारी मयंक अग्रवाल आदि लोग उपस्थित रहे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें