शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

डीएमआरसी का बड़ा फैसला : मेट्रो स्टेशनों से हटेंगी दुकानें और कियॉस्क

 

डीएमआरसी का बड़ा फैसला : मेट्रो स्टेशनों से हटेंगी दुकानें और कियॉस्क

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी,। नई दिल्ली
  • यात्रियों को अब स्टेशन पर भीड़भाड़ की नहीं सताएगी चिंता
  • पैसेंजर एरिया से चरणों में हटेंगी दुकानें और कियॉस्क
  • खाका तैयार होने के बाद वाणिज्यिक गतिविधियां होंगी शुरू

मेट्रो स्टेशनों के अंदर यात्रियों को अब भीड़भाड़ से होकर नहीं गुजरना होगा। पैसेंजर एरिया में लगने वाले कियॉस्क, रिटेल शॉप्स खाली करवाएं जाएंगे ताकि आवागमन में किसी तरह की रुकावट न हो। यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी और जगह की कमी से पेश होने वाली परेशानियों को देखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी)ने इस दिशा में पहल की है। अलग अलग चरणों में मेट्रो स्टेशनों के अंदर स्थित दुकानें खाली करवाई जाएंगी। भविष्य में किसी भी स्टेशन पर वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए सुविधाएं योजनाबद्ध तरीके से तैयार की जाएंगी।











दिल्ली मेट्रो में रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए अलग अलग लाइनों पर कियॉस्क, रिटेल स्टोर सहित दुकानें भी खोली गईं। सभी स्टेशनों पर अंदर और बाहर करीब 400 दुकानें और कियॉस्क हैं। इनमें से 50 फीसदी से अधिक पैसेंजर एरिया में हैं। यात्रियों की संख्या बढ़ने से मेट्रो में प्रवेश करने से पहले पैसेंजर एरिया से गुजरते हैं। कियॉस्क और दुकानों की वजह से यात्रियों को आवागमन में कई बार दिक्कतें पेश आ रही हैं। कई बार आग लगने का भी खतरा बना रहता है तो इससे डीएमआरसी को होने वाली आय भी अपेक्षाकृत काफी कम है। सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद दिल्ली मेट्रो ने यह कदम उठाया है।

दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह का कहना है कि शुरुआती दौर में यात्रियों की सुविधा के लिए छोटे आउटलेट, रिटेल स्टोर और कियॉस्क का प्रावधान किया गया। यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी से मुश्किलें बढ़ती परेशानियों को देखते हुए इन्हें चरणों में हटाया जाएगा। कियॉस्क और स्टोर का कांट्रैक्ट खत्म पर इन्हें आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। 

यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखकर किए जाएंगे निर्माण 
प्रबंध निदेशक ने कहा कि भविष्य में तैयार होने वाले स्टेशनों पर भी वाणिज्यिक गतिविधियां जारी रहेंगी। नीतिगत निर्णय के तहत ही वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए स्टोर, आउटलेस या स्टोर का निर्माण किया जाएगा। निर्माण से पहले खाका तैयार किया जाएगा ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न आए। स्टेशनों पर खाली जगह होने पर नहीं शुरू की जाएंगी। मॉल्स या शॉपिंग कॉम्पलेक्स के लिए डीएमआरसी की योजना नहीं है, लेकिन स्टेशनों के बाहर अन्य एजेंसियों के सहयोग से निर्माण की जा सकती हैं।

लॉकडाउन में मिली दुकानों को दी गई राहत 
कोरोना काल में मेट्रो सेवाओं के साथ साथ दुकानें भी बंद रहीं। दुकानदारों को कारोबार बंद रहने की वजह से हुए नुकसान की भरपाई के लिए डीएमआरसी से राहत मांगी गई। लॉकडाउन के बाद डीएमआरसी ने किराये में छूट देने के लिए अलग नीति बनाई ताकि दुकानदारों पर वित्तीय बोझ न पड़े। इसके तहत नियत अवधि के लिए किराया माफ कर दिया गया तो बाद में भी किराये में 50 फीसदी की राहत दी गई। इससे कई दुकानदारों दोबारा कारोबार में लौट गए हैं।

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