शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

अब हरियाणा कांग्रेस में रार: हुड्डा समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष सैलजा के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा-अध्यक्ष बदलो

 अब हरियाणा कांग्रेस में रार: हुड्डा समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष सैलजा के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा-अध्यक्ष बदलो

By- मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। पंजाब

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायकों ने दिल्ली में पार्टी प्रभारी विवेक बंसल से मिलकर कुमारी सैलजा के काम पर उंगली उठाई वहीं सैलजा ग्रुप ने इन विधायकों को कुंठित मानसिकता वाला बताया।

पंजाब । पंजाब के बाद हरियाणा कांग्रेस में भी रार छिड़ गई है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हुड्डा समर्थक सभी 19 विधायक गुरुवार को पार्टी प्रभारी विवेक बंसल से दिल्ली में मिले और अपना असंतोष जाहिर किया। विधायकों ने एक सुर में कहा कि हरियाणा में आठ साल से संगठन नहीं है। विधायकों की संगठन में सुनवाई नहीं है। विरोधी दल भाजपा ने भी संगठन बनाकर तैयार कर दिया है। ऐसे में आगामी चुनाव में हमारे सामने दिक्कतें आएंगी। 










विधायकों ने प्रदेश प्रभारी से कहा है कि पार्टी के कामकाज में हमसे सलाह नहीं ली जाती है। स्थानीय निकाय, जिला पंचायत चुनाव में पार्टी के विधायकों को पूछा नहीं जाता, सभी फैसले अपने स्तर पर किए जाते हैं। सिंबल पर चुनाव लड़ना है या नहीं इस बारे में भी विधायकों की राय नहीं जानी जाती है। सारी बात जानने के बाद बंसल ने बातचीत करने का आश्वासन दिया है। विधायकों में गीता भुक्कल, बीबी बतरा, रघुबीर कादियान, आफताब अहमद, राव दान सिंह, धर्म सिंह छौक्कर, जयवीर वाल्मीकि सहित अन्य विधायक शामिल थे।

उधर, सैलजा खेमे ने भी अपनी बात आलाकमान तक पहुंचा दी है। आलाकमान को बताया है कि यह लोग कुंठित मानसिकता रखते हैं। पार्टी का हित इन्हें आज ध्यान में आया है। आलाकमान की हिदायत है कि संगठन बनाओ। ऐसे में जब काम अंतिम चरण में है तब इनके खेमे में खलबली मची है। इस दौरान डा. अशोक तंवर के कार्यकाल भी हवाला दिया गया। सैलजा खेमे की तरफ से प्रभारी को यह बताया गया कि डा. अशोक तंवर के कार्यकाल में भी रोज-रोज की तनातनी रहती थी।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

असल में पूरे मामले में विवाद तब शुरू हुआ जब सैलजा ने हुड्डा के चहेते कई जीतने वाले प्रत्याशियों की विधानसभा चुनाव में टिकट कटवा दी। हुड्डा खेमे ने इसे आलाकमान के सामने ऐसे प्रदर्शित किया कि हरियाणा में कांग्रेस संगठन न होने के बाद हुड्डा के चेहरे पर चुनाव जीती है, यदि टिकट वितरण में सभी टिकट हुड्डा के कहने पर दिए गए होते तो पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में होती।

दीपेंद्र या गीता भुक्कल को दिलवाना चाह रहे बागडोर

पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि दीपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी जाए। हालांकि वे अभी राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन पार्टी के कई विधायकों की यह राय है। एक धड़ा चाहता है कि पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल को प्रधान बनाया जाए। इससे संगठन तो मजबूत होगा ही कांग्रेस को भी मजबूती मिलेगी। वहीं आलाकमान ने सैलजा को भरोसे के साथ प्रधान बनाया है।

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