शनिवार, 15 मई 2021

मेरठ में ब्लैक फंगस की दवाई नहीं, मौत से लड़ रहे मरीज

 मेरठ में ब्लैक फंगस की दवाई नहीं, मौत से लड़ रहे मरीज

दो दवाएं विदेश से होती हैं आयात , ऑर्डर भी दे तो सोमवार से पहले दवाई मिलना मुश्किल 

By - प्रवेश कुमार रोहतगी            (मेरठ खबर)

मेरठ। शहर के निजी अस्पतालों में भर्ती 60 साल की ब्रिज बुजुर्ग करुणा से जंग जीतकर घर चली गई लेकिन अचानक वह ब्लैक संगत से संक्रमित हो गई। अब वह कंकरखेड़ा के एक अस्पताल में जिंदगी से जूझ रही है।  डॉक्टरों ने इलाज के लिए दवाइयां लिख कर दी लेकिन परिजनों को शहर में किसी भी मेडिकल स्टोर को दवा नहीं मिली । मिलने जुलने वालों को दवाई का नाम भेजा तो सोशल साइट पर भी लोग दवाओं की जानकारी जुटाने में लगे।  वेस्ट यूपी के सबसे बड़े दवा मार्केट खैर नगर में पता चला कि इनमें जो दवाइयां तो विदेश से आयात होती हैं । ऐसे में यह दिल्ली में भी मिल जाएं तो गनीमत  होगी । अगर मिली तो ऑर्डर देकर मंगवाई जाएगी।  सोमवार से पहले दवा आना संभव नहीं है । दवाई है दी इतनी महंगी कि पैसे पहले पैसे जमा करने होंगे तभी ऑर्डर किया जाएगा। 



ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले में प्रदेश के लिए बड़े खतरे का इशारा है। मेरठ के अस्पतालों में मरीज भर्ती हो चुके हैं। इसके अलावा दूसरे जिलों में भी आए हैं ऐसे में तेजी से सकता है
जो दवाइयां लिख रहे हैं उनमें पोसाकोनाजोल बहुत ही कम मिलती है यह विदेश से आयात होती है । इसके अलावा लायपोसोमल है, यह भी विदेश से आयात होती है। इसके अलावा एंपोथरेशियन बी का इस्तेमाल हो रहा है। फंगल इंफेक्शन का एक इंजेक्शन भी लिखा जा रहा है यह भी नहीं मिल रहा है।

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