बुधवार, 28 जुलाई 2021

Weekend Lockdown 2021: नोएडा-गाजियाबाद में खत्म होगा वीकेंड लॉकडाउन और खुलेंगे बाजार, CAIT ने सीएम योगी को लिखा खत्म

 Weekend Lockdown 2021: नोएडा-गाजियाबाद में खत्म होगा वीकेंड लॉकडाउन और खुलेंगे बाजार, CAIT ने सीएम योगी को लिखा खत्म

Weekend Lockdown 2021 कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से वीकेंड लॉकडाउन के दौरान शनिवार और रविवार को बाजार खोलने की मांग की गई है।

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ

नई दिल्ली/नोएडा। दिल्ली से सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में वीकेंड पर जारी मिनी लॉकडाउन को लेकर कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। इसके माध्यम से शनिवार और रविवार को बाजार खोलने की मांग की गई है। गौरतलब है कि यूपी में सोमवार को कोरोना के सिर्फ 33 नए केस मिले थे, जबकि कम आबादी होने के बावजूद केरल में 11,000 से अधिक नए केस मिले हैं। कई राज्यों में सातों दिन बाजार खुलने लगे हैं। ऐसे में कारोबारियों-व्यापारियों की मांग है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़ और गाजियाबाद में भी बाजार शनिवार और रविवार को भी खोले जाएं। कारोबारियों का तर्क है कि नोएडा से सटे दिल्ली और हरियाणा के शहरों में भी वीकेंड लॉकडाउन खत्म कर दिया गया है, ऐसे में अब यहां भी शनिवार और रविवार को बाजार-मार्केट खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए।

Weekend Lockdown 2021: नोएडा-गाजियाबाद में खत्म होगा वीकेंड लॉकडाउन और खुलेंगे बाजार, CAIT ने सीएम योगी को लिखा खत्म












कोरोना पर काबू पाने के लिए CAIT ने सीएम योगी की तारीफ की

सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली (एनसीआर) के संयोजक एवं सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन नोएडा के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने कहा कि आपके नेतृत्व में जिस सफलता से कोविड-19 की दूसरी लहर पर काबू पाया गया है उसकी प्रशंसा अभी हाल में ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी में की गई। आपकी कार्यकुशलता को देश ही नहीं विश्व ने भी स्वीकार किया है। इसका परिणाम है कि फिलहाल प्रदेश में कोरोना काबू में है और 53 से अधिक जिले इस महामारी से मुक्त हो चुके हैं और शेष जनपद में भी कोरोना संक्रमित की संख्या एक अंक में है।

शनिवार और रविवार को लॉकडाउन समाप्त हो

पत्र के माध्यम से उत्तर प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री से सुशील कुमार जैन द्वारा मांग की गई कि कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रदेश में शनिवार एवं रविवार के लॉकडाउन को हटा दिया जाए। शनिवार एवं रविवार को बाजार बन्द होने का सबसे ज्यादा फायदा ई-कॉमर्स कंपनियों को हो रहा है।

वीकेंड लॉकडाउन के चलते हो रहा दुकानदारों का नुकसान

उनका कहना है कि शनिवार और रविवार को सरकारी एवं बहुत से निजी कार्यालयों में छुट्टी होती है और इन दोनों दिन बाजार बंदी के कारण जनता ई-कॉमर्स पर खरीदारी करती है, यह इस बात से भी साबित होता है कि ई-कॉमर्स का व्यापार इस महामारी के दौरान में 7 फीसद से बढ़कर 28 फीसद हो गया है। यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो ई-कॉमर्स कंपनियों से पर्तिस्पर्धा में पिछड़ रहा प्रदेश का परंपरागत व्यापार मृतप्राय हो जाएगा।

रेस्तरां-बार हो रहा जबरदस्त नुकसान

शनिवार एवं रविवार की बन्दी के कारण रेस्तरां आदि का व्यापार भी बहुत प्रभावित हो रहा है। सामान्यतः छुट्टी के दिनों में लोग परिवार के साथ बाहर निकलते हैं और अपनी खर्च करने की छमता के अनुरूप रेस्टोरेंट में खाद्य वस्तु का लुत्फ़ लेते हैं।

यहां यह भी ध्यान योग्य है कि नोएडा जैसे शहर में जो कि दिल्ली-एनसीआर में आता है और यहां का ग्राहक दिल्ली साथ होने की वजह से शनिवार रविवार को दिल्ली जाकर अपनी खरीदारी करता है। इसके चलते नोएडा के व्यापार से सरकार को मिलने वाला राजस्व दिल्ली सरकार के पास चला जाता है। इस बात पर भी बहुत ज्यादा ध्यान देना चाहिए जिससे कि बाजार खोलकर राजस्व का नुकसान बचाया जा सके।



कारगिल विजय दिवस के अवसर पर विवेक कुमार को पंजाब में किया गया सम्मानित।



कारगिल विजय दिवस के अवसर पर विवेक कुमार को पंजाब में किया गया सम्मानित।

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ


मेरठ। पंजाब के मानसा जिले में कारगिल शहीद सरदार निर्मल सिंह जी की माता जहांगीर कोर को आर्थिक सहायता करने एवं उनके घर निर्माण में सहयोग करने के लिए बाफ़र गांव निवासी विवेक कुमार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर पंजाब के मानसा जिले में सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम में जनपद मानसा के एसएसपी श्री सतनाम सिंह जी ने बोलते हुए कहा कि दूसरे प्रदेश से आकर कारगिल शहीद की माता की सहायता करके विवेक कुमार जी ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है इससे बाकी युवाओ को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य संयोजक श्री मनजीत सिंह जी ने विवेक कुमार एवं समस्त मेरठ जनपद को बधाई दी।

विवेक कुमार जी ने जब न्यूज़ चैनल्स के माध्यम से पिछले साल यह देखा था कि कारगिल युद्ध शहीद की 85 वर्षीय माता जी मजदूरी करके अपना गुजारा कर रही है तो वो सीधे पंजाब उनकी सहायता करने पहुँच गए थे। उनका घर, खर्च, शहीद स्मारक की देखभाल इत्यादि के लिए विवेक कुमार ने उनकी मदद की थी।

इस सम्मान पर सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने भी विवेक कुमार को शुभकामनाएं प्रेषित की है।

UP सरकार के 28 लाख कर्मियों-पेंशनरों के लिए खुशखबरी, CM योगी ने महंगाई भत्ता देने का दिया आदेश

 UP सरकार के 28 लाख कर्मियों-पेंशनरों के लिए खुशखबरी, CM योगी ने महंगाई भत्ता देने का दिया आदेश

केंद्र सरकार की तरह उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को भी बढ़ी दर से महंगाई भत्ता (डीए) और पेंशनरों को महंगाई राहत (डीआर) जल्द मिलने जा रही है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में वित्त विभाग को निर्देश दे दिए हैं।

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। लखनऊ

लखनऊ । केंद्र सरकार की तरह उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को भी बढ़ी दर से महंगाई भत्ता (डीए) और पेंशनरों को महंगाई राहत (डीआर) जल्द मिलने जा रही है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में वित्त विभाग को निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में राजकीय कर्मियों के स्थगित किये गए डीए को जारी करने के संबंध में वित्त विभाग तैयारी करे और जल्द प्रस्ताव प्रस्तुत करे। सीएम योगी के इस फैसले से उत्तर प्रदेश सरकार के 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनरों को लाभ होगा।

उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को भी बढ़ी दर से डीए और पेंशनरों को डीआर जल्द मिलने जा रही है।












कोरोना से जंग लड़ने की खातिर वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए राज्य सरकार ने पहली जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों को बढ़ी दर से महंगाई भत्ता और पेंशनरों को महंगाई राहत के भुगतान पर पिछले साल 24 अप्रैल को शासनादेश जारी कर रोक लगा दी थी। राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को एक जनवरी 2020, एक जुलाई 2020 और एक जनवरी 2021 को दिये जाने वाले डीए और महंगाई राहत की अतिरिक्त किस्तों का भुगतान नहीं किया गया है। अब राज्य सरकार के 16 लाख कर्मचारियों को 11 फीसद अधिक डीए के साथ तनख्वाह बढ़ने वाली है। राज्य कर्मचारी 18 महीने से वेतन और पेंशनर अपनी पेंशन बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। कर्मचारियों को अभी 17 फीसद की दर से डीए का भुगतान हो रहा है

डीए-डीआर के मामले में राज्य सरकार की केंद्र से समानता है। इसलिए राज्य सरकार केंद्र के निर्णय का अनुसरण करती रही है। इस आधार पर कर्मचारी संगठनों ने भी राज्य कर्मचारियों को जुलाई से 28 फीसद की दर से डीए भुगतान करने की मांग शुरू कर दी थी। चुनावी वर्ष में राज्य सरकार कर्मचारियों को बढ़ी दर से डीए का भुगतान करने में देर नहीं करेगी। डीए में 11 फीसद की वृद्धि से राज्य कर्मचारियों के वेतन में खासा इजाफा होगा। उदाहरण के तौर पर 50 हजार रुपये मूल वेतन पाने वाले कर्मचारी की तनख्वाह में 5500 रुपये और एक लाख मूल वेतन पाने वाले की पगार में 11 हजार रुपये का इजाफा होगा।

बता दें कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों का पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को अपर मुख्य सचिव (कार्मिक) देवेश चतुर्वेदी से मिले हैं। परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने 14 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा और केंद्र सरकार की तर्ज पर कर्मचारियों को जल्द महंगाई भत्ते की 11 प्रतिशत की किस्त देने की मांग की गई। बैठक में आश्वासन दिया गया कि इस पर जल्द फैसला होगा। फिलहाल अब अगस्त में ही यह मिल पाएगा। आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों के लिए जल्द नियमावली बनाए जाने का भी आश्वासन दिया गया। कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए पोर्टल बनाए जाने की मांग की गई समाज कल्याण विभाग के संविदा शिक्षकों को सातवें वेतनमान का लाभ दिए जाने और कई विभागों में रिक्त पदों को पदोन्नति से भरे जाने की भी मांग की गई।




UP: पंचायत सहायक भर्ती में अपने रिश्तेदारों को नहीं नियुक्त कर सकेंगे प्रधान, जानें- कैसे बनेगी मेरिट

 UP: पंचायत सहायक भर्ती में अपने रिश्तेदारों को नहीं नियुक्त कर सकेंगे प्रधान, जानें- कैसे बनेगी मेरिट


पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर की जाएगी। प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को इसमें नहीं रख पाएंगे। साथ ही पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत जिस श्रेणी में आरक्षित होंगी उसी श्रेणी के सहायक का चयन किया जाएगा।

By- मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। उत्तर प्रदेश

अभ्यर्थियों के लिए ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक/एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर 58189 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक पंचायत सहायक तैनात होंगे। 10वीं व 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट के जरिए यह भर्ती होगी। अभ्यर्थी उसी ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए। 18 से 40 वर्ष की आयु के लोग इसमें आवेदन कर सकते हैं। पंचायत सहायक एक साल की संविदा पर रखे जाएंगे। उन्हें छह हजार रुपये महीना मानदेय मिलेगा


यूपी में प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक पंचायत सहायक तैनात होंगे।


पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर की जाएगी। प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को इसमें नहीं रख पाएंगे। साथ ही पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत जिस श्रेणी में आरक्षित होंगी उसी श्रेणी के सहायक का चयन किया जाएगा। यानी जिन पंचायतों के प्रधान पद अनुसूचित जाति के हैं, वहां अनुसूचित जाति का ही सहायक नियुक्त होगा। आवेदन पत्र सादे कागज पर ग्राम पंचायत या संबंधित विकास खंड या जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में जमा होंगे। इसमें शैक्षिक अर्हता, आयु एवं जाति संबंधी प्रमाण पत्र लगाना होगा।

ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकों के प्रतिशत के आधार पर पंचायत सहायक के चयन के लिए पात्रता सूची तैयार करेगी। सबसे अधिक अंक वाले अभ्यर्थी का चयन किया जाएगा। चयनित अभ्यर्थी का पूर्ण विवरण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के पास भेजा जाएगा। अभ्यर्थी की पात्रता का परीक्षण कर समिति नियुक्ति के लिए संस्तुति कर देगी। यदि ग्राम पंचायत द्वारा चयनित अभ्यर्थी निर्धारित योग्यता नहीं रखता है तो डीएम की समिति ग्राम पंचायत से दूसरे अभ्यर्थी के चयन के ल

पंचायत सहायक भर्ती में अपने रिश्तेदारों को नहीं नियुक्त कर सकेंगे प्रधान, जानें- कैसे बनेगी मेरिट

पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर की जाएगी। प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को इसमें नहीं रख पाएंगे। साथ ही पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत जिस श्रेणी में आरक्षित होंगी उसी श्रेणी के सहायक का चयन किया जाएगा।


यूपी में प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक पंचायत सहायक तैनात होंगे

लखनऊ, जेएनएन।  उत्तर प्रदेश पंचायती राज विभाग ने राज्य में 10वीं और 12वीं पास महिला और पुरुष अभ्यर्थियों के लिए ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक/एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर 58189 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक पंचायत सहायक तैनात होंगे। 10वीं व 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट के जरिए यह भर्ती होगी। अभ्यर्थी उसी ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए। 18 से 40 वर्ष की आयु के लोग इसमें आवेदन कर सकते हैं। पंचायत सहायक एक साल की संविदा पर रखे जाएंगे। उन्हें छह हजार रुपये महीना मानदेय मिलेगा।

पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर की जाएगी। प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को इसमें नहीं रख पाएंगे। साथ ही पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत जिस श्रेणी में आरक्षित होंगी उसी श्रेणी के सहायक का चयन किया जाएगा। यानी जिन पंचायतों के प्रधान पद अनुसूचित जाति के हैं, वहां अनुसूचित जाति का ही सहायक नियुक्त होगा। आवेदन पत्र सादे कागज पर ग्राम पंचायत या संबंधित विकास खंड या जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में जमा होंगे। इसमें शैक्षिक अर्हता, आयु एवं जाति संबंधी प्रमाण पत्र लगाना होगा।

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ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकों के प्रतिशत के आधार पर पंचायत सहायक के चयन के लिए पात्रता सूची तैयार करेगी। सबसे अधिक अंक वाले अभ्यर्थी का चयन किया जाएगा। चयनित अभ्यर्थी का पूर्ण विवरण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के पास भेजा जाएगा। अभ्यर्थी की पात्रता का परीक्षण कर समिति नियुक्ति के लिए संस्तुति कर देगी। यदि ग्राम पंचायत द्वारा चयनित अभ्यर्थी निर्धारित योग्यता नहीं रखता है तो डीएम की समिति ग्राम पंचायत से दूसरे अभ्यर्थी के चयन के लिए कहेगी।

पंचायत सहायक की संविदा एक वर्ष के लिए होगी, यदि सेवाएं संतोषजनक पाई जाती हैं तो ग्राम सभा की खुली बैठक में विचार कर उसकी संविदा एक-एक वर्ष करके दो वर्ष बढ़ाई जा सकती है। वहीं, पंचायत सहायक का कार्य व आचरण संतोषजनक न होने की दशा में उनके विरूद्ध कार्रवाई ग्राम पंचायत कर सकती है। एक माह की नोटिस पर इन्हें हटाया भी जा सकता है। इसमें आवेदन के लिए न्यूनतम आयु एक जुलाई को 18 वर्ष व अधिकतम 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। एससी, एसटी व ओबीसी के अभ्यर्थियों को पांच वर्ष की छूट दी जाएगी। चयनित पंचायत सहायकों को सरकार दो माह का प्रशिक्षण प्रदान करेगी।

ग्राम पंचायत में यदि किसी की कोरोना से मृत्यु हो गई है तो उनके परिवार से जैसे पत्नी या पति, पुत्र, अविवाहित पुत्री, विधवा पुत्री, विधवा माता, अविवाहित भाई, अविवाहित बहन को सबसे पहले चयनित किया जाएगा। यदि आरक्षण श्रेणी की ग्राम पंचायत है और मृतकों के परिजन उस आरक्षण श्रेणी को पूरा करते हैं साथ ही वे इंटरमीडिएट पास हैं तो उनका चयन कर लिया जाएगा। सामान्य श्रेणी की ग्राम पंचायतों में कोरोना से मृत्यु का लाभ सामान्य श्रेणी के परिवारों को ही दिया जाएगा। यदि एक से अधिक आवेदन इस श्रेणी में आते हैं तो मेरिट के आधार पर चयन किया जाएगा।

पंचायत सहायकों की समय-सारणी

पंचायत सहायक के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित करने की सूचना जारी करना : 30 जुलाई से एक अगस्त तक आवेदन पत्र जमा करने की अवधि : दो अगस्त से 17 अगस्त तक जमा आवेदन पत्रों को ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराना : 18 अगस्त से 23 अगस्त तक मेरिट लिस्ट तैयार करना : 24 अगस्त से 31 अगस्त तक डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा परीक्षण : एक सितंबर से सात सितंबर तक ग्राम पंचायत द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करना : आठ सितंबर से 10 सितंबर तक।

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सिवालखास विधानसभा के गांव भूनी में सड़क हादसे में सतीश कुमार के पुत्र संजय की दर्दनाक मौत होने पर ग्रामीणों ने सडक पर शव रखकर हाईवे जाम

 

सिवालखास विधानसभा  के गांव भूनी में सड़क हादसे में सतीश कुमार के पुत्र संजय की दर्दनाक मौत होने पर ग्रामीणों ने सडक पर शव रखकर हाईवे जाम 

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी ।। मेरठ







मेरठ। आज  सिवालखास विधानसभा  के गांव भूनी में सड़क हादसे में सतीश कुमार के पुत्र संजय की दर्दनाक मौत होने पर ग्रामीणों ने सडक पर शव रखकर हाईवे जाम करने की सूचना पर ग्रामीणों के बीच पहुंचकर सरधना उपजिलाधिकारी एवं सी ओ सरधना को मौके पर बुलाकर पीड़ित परिवार को 5 लाख रूपए की मदद एव शासन द्वारा हर सम्भव मदद के आश्वासन पर जाम खुलवाया।








और पिडित परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।

आपका अपना कपिल शर्मा प्रतिनिधि सांसद एवं पूर्व जिला उपाध्यक्ष

पूर्व सांसद अमीर आलम खां को नवाब अजमत अली खां वक्फ बोर्ड का सचिव नियुक्त किया गया

पूर्व सांसद अमीर आलम खां को नवाब अजमत अली खां वक्फ बोर्ड का सचिव नियुक्त किया गया

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मुजफ्फनगर




 मुजफ्फनगर। सचिव लखनऊ 27 जुलाई प्राप्त समाचार के अनुसार यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ के ऑडिटर /इंस्पेक्टर जनाब असदउज्जमा ने बताया कि कमेटी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए चेयरमैन यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा मुजफ्फरनगर के नवाब अजमत अली खान वक्फ बोर्ड के मरहूम सचिव डॉक्टर एस यू खान के स्थान पर मुजफ्फरनगर के पूर्व लोकप्रिय सांसद श्री अमीर आलम खान को नवाब अजमत अली खान वक्फ बोर्ड मुजफ्फरनगर का सचिव नियुक्त किया गया है एवं पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश मेरठ डॉक्टर मेहराजुद्दीन को नवाब अजमत अली खान वक्त बोर्ड मुजफ्फरनगर का सदस्य नियुक्त किया गया है एवं आज ही नवनियुक्त सचिव नवाब अजमत अली खान वक्फ बोर्ड मुजफ्फरनगर श्री अमीर आलम खान को उनका नियुक्ति पत्र भी भेज दिया गया है एवं उनकी नियुक्ति की सूचना जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर को भी प्रेषित कर दी गई है मुजफ्फरनगर के पूर्व लोकप्रिय सांसद श्री अमीर आलम खान के नवाब अजमत अली खान वक्फ बोर्ड मुजफ्फरनगर के सचिव नियुक्त होने से पूरे मुजफ्फरनगर जनपद में हर्ष की लहर है एवं चारों ओर से श्री अमीर आलम खान को बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं और उम्मीद की जा रही है कि श्री अमीर आलम खान के नेतृत्व में नवाब अजमत अली खान वक्त बोर्ड मुजफ्फरनगर का चौमुखी विकास संपन्न हो सकेगा।

मंगलवार, 27 जुलाई 2021

द गुरुकुलम में राज्यमंत्री ने बच्चों को दिया पर्यावरण से जुड़ने का मंत्र

 द गुरुकुलम में राज्यमंत्री ने बच्चों को दिया पर्यावरण से जुड़ने का मंत्र

मंगलवार को अपने मेरठ दौरे के दौरान राज्यमंत्री माननीय राजेश्वर सिंह (उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम) ने द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों को पर्यावरण से जुड़ने का संदेश दिया तथा वर्तमान समय मे पर्यावरण की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला।

By - मेरठ खबर सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ



















मेरठ। बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया की वर्तमान परिदृश्यों में जो अनगिनत अनजान बीमारियां हमारे समाज को प्रभावित कर रही हैं वे सब पर्यावरण से छेड़छाड़ का ही नतीजा है। मनुष्यों के द्वारा विस्तृत रूप से पर्यावरण को पहुंचाए गए नुकसान के कारण ही प्रकृति अपना रौद्र रूप दिख रही है।

राज्यमंत्री ने बच्चो और उपस्थित हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्यों को इस समस्या का समाधान भी बताया। उन्होंने कहा कि *प्रकृति के रौद्र रूप को शांत करने एकमात्र उपाय वृहद रूप से वृक्षारोपण करना ही है।

विशेष रूप से बच्चों को पौधरोपण का महत्व बताते हुए *सभी को अपने जन्मदिन पर कम से कम एक पौधा रोपने के लिये प्रेरित किया।










 तुलसी माता का पौधरोपण किया

बच्चों से संबोधन के बाद विद्यालय के डायरेक्टर प्रिन्सिपल कवल जीत सिंह के आग्रह पर राज्यमंत्री राजेश्वर सिंह अपने साथ हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश मंत्री नागेन्द्र प्रताप सिंह तोमर, महानगर प्रभारी अनूप रस्तौगी व महानगर संयोजक राजकमल गुप्ता को लेकर विद्यालय के बगीचे में तुलसी माता के पौधा रोपण के लिये गए।


 तुलसी माता के संबंध में विस्तार से बताया

विद्यालय के बगीचे में तुलसी माता के पौधा रोपण के दौरान राज्यमंत्री जी ने महिला शिक्षिकाओं को आगे आकर तुलसी माता रोपण में अपना हाथ लगाने को कहा और बताया कि माता स्वरूप तुलसी जी के रोपण में मातृशक्ति का स्पर्श अनिवार्य है।

आगे तुलसी जी के बारे में बताते हुए राज्यमंत्री ने इसके औषधीय गुण और धार्मिक मान्यताओं के बारे में भी बताया।







 अभिभावक बोले : बच्चों ने सीखा पर्यावरण का महत्व

विद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य मंत्री जी के द्वारा बताए गए पर्यावरण के महत्व को लेकर अभिभावक बोले कि राज्य सरकार के एक मंत्री के द्वारा बच्चों को पर्यावरण के महत्व को बताना बच्चों के मन मस्तिष्क को पर गहरा प्रभाव छोड़ता है। अभिभावकों ने विद्यालय एवं राज्य मंत्री जी का धन्यवाद किया।

कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के डायरेक्टर प्रिंसिपल कवल जीत सिंह, डायरेक्टर संदीप, हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश मंत्री नागेंद्र प्रताप सिंह तोमर, महानगर प्रभारी अनूप रस्तोगी और महानगर संयोजक राजकमल गुप्ता का विशेष सहयोग रहा।

भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी जेवर को ज्ञापन सौंपा

  भारतीय किसान यूनियन जनसेवाशक्ति ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपजिला...