शनिवार, 20 नवंबर 2021

बंगाल की हार के बाद यूपी में जोखिम नहीं लेना चाहते मोदी, जानिए शाह-नड्‌डा- राजनाथ को क्यों मिली जिम्मेदारी

 

बंगाल की हार के बाद यूपी में जोखिम नहीं लेना चाहते मोदी, जानिए शाह-नड्‌डा- राजनाथ को क्यों मिली जिम्मेदारी


By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। लखनऊ












लखनऊ । 20 नवंबर 2021 को उत्तर प्रदेश में चुनाव की तैयारियां तेज होती जा रही हैं। एक तरफ जहां सपा चीफ अखिलेश यादव पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रहे हैं। आने वाले दिनों में उनके साथ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी दिखाई देंगी। सपा की रणनीति को भांपते हुए ही बीजेपी के दो पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों के अलावा वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी यूपी में अहम जिम्मेदारी दी गई है। 6 प्रांतों में दो-दो प्रांत तीनों राष्ट्रीय नेताओं में सोच समझकर बांटे गए हैं। बीजेपी के सूत्रों का दावा है कि पश्चिमी बंगाल में मिली हार के बाद अब बीजेपी यूपी में कोई चांस नहीं लेना चाहती है क्योंकि बीजेपी और संघ को इस बात का एहसास है कि यदि यूपी हाथ से निकल गया तो 2024 की दिल्ली की राह और भी कठिन हो जाएगी। इसलिए बीजेपी ने अब अपनी पूरी ताकत यूपी में झोंक दी है।

पश्चिम बंगाल में हार के बाद जोखिम नहीं लेना चाहती बीजेपी

उत्तर प्रदेश में शाह ने अपनी टीम को 300 सीटों का भारी लक्ष्य रखा है। अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों के अगले दौर में भाजपा के लिए सबसे महत्वपूर्ण होगा। आखिरी दौर में बीजेपी का बड़ा निशाना बंगाल था, जहां पार्टी को 200 सीटें मिलने की उम्मीद थी। यहां पार्टी को भारी नुकसान हुआ क्योंकि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी को पूरी तरह से मात दे दी। असम को छोड़कर, इसका प्रदर्शन अन्य राज्यों में शानदार प्रदर्शन से कम था, जहां उसने चुनाव लड़ा था।

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