मंगलवार, 2 नवंबर 2021

सुभारती लॉ कॉलिज में राष्ट्रीय एकता दिवस पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन



सुभारती लॉ कॉलिज में राष्ट्रीय एकता दिवस पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन

By - मेरठ ख़बर लाइव न्यूज सह संपादक प्रवेश कुमार रोहतगी।। मेरठ











मेरठ । स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज में राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के अग्रदूत लौह पुरूष और भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। ‘‘राष्ट्रीय एकीकरण में सरदार पटेल का योगदान‘‘ विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी का आयोजन सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन तथा माल्याअर्पण कर किया गया। डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी संगोष्ठी का संचालन करते हुए सभी अतिथि का परिचय देते हुए स्वागत किया। सुभारती शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) अनोज राज ने कहा कि अखण्ड भारत की परिकल्पना सरदार वल्लभभाई पटेल ने ही साकार की थी। वे किसान एवं मजूदरो के लिये संधर्ष करने वाले एक निर्विवाद नेता थे। 

सुभारती फैकल्टी ऑफ साइंस के डीन प्रो. (डॉ.) महावीर सिंह ने अपने सम्भोधन में कहा कि धरती पुत्र सरदार पटेल हमेशा हमारे मार्गदर्शक बने रहेंगे। आजादी से पहले और इसके तुरन्त बाद देश के सामने बहुत सी चुनौतियां थीं। सरदार पटेल ने अपने दूरदर्शिता एवं प्रशासनिक कुशलता से इन सभी समस्याओं का ना सिर्फ समाधान किया बल्कि देश को एकता एवं अखण्डता के सूत्र में पिरो दिया। इस संगोष्ठी की सफलता के लिये स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.पी. सिंह ने अपना शुभकामना संदेश प्रेषित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस का यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के शिक्षको एवं छात्रो के लिये प्रेरणा का कार्य करेगा।

सुभारती विधि संस्थान के संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय ने कहा कि एक वकील से लेकर जननेता तथा आजादी के बाद एकीकृत भारत के असली वास्तुकार के रूप में सरदार पटेल के योगदान को हमे सदैव स्मरण में रखना होगा। उनके द्वारा दिया गया एकता का संदेश आज भी प्रांसगिक है क्योंकि एकजुट रहकर ही हम दुनिया का समस्या का समाधान कर सकते है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के बेहतरीन प्रशासक थे। उन्होंने भारत को छोटे-छोटे क्षेत्रो अथवा राज्यों में विभाजित होने से बचाया। आज के समय शिक्षा का उद्देष्य युवाओ में राष्ट्रचरित्र का निर्माण करना भी है। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है तो हमें सरदार पटेल के जीवन व कार्यो से सीख लेने की आवश्यकता है। सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा, सेवा और संस्कार को राष्ट्रीयता से जोडकर अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभा रहा है। सुभारती विश्वविद्यालय का विधि संकाय सरदार पटेल के नाम को ही समर्पित हैं। उन्होंने कुछ नई ऐतिहासिक जानकारियां भी संगोष्ठी में साझा की। 

डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप को एक अखण्ड भारत के रूप में महान शिक्षक आचार्य चाणक्य ने प्राचीण समय में संगठित किया था। आधुनिक युग में सरदार पटेल ने 550 से अधिक रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर भारत को आधुनिक राष्ट्र के रूप में खडा किया। इसलिये सरदार पटेल के जन्म दिवस को हम राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाते है। उन्होंने कार्यक्रम से जुडे सभी अतिथियों, शिक्षको तथा छात्र छात्राओं को एकता व अखण्डता की शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम के अगले चरण में उन्होंने इस संगोष्ठी में उपस्थित सभी व्यक्तियो को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अंत में छात्र छात्राओं के लिये एकता के लिये दौड (रन फॉर यूनिटी) का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. रीना बिश्नोई, डॉ. सारिका त्यागी, आफरीन अल्मास, विकास त्यागी, डॉ. प्रेमचन्द, शालिनी गोयल, एना सिसौदिया, इशिता जैन, अंजली यादव एवं अन्जुम जहाँ आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

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