क्या आप जानते हैं? मेरठ में तैयार हुआ था लाल किले पर फहराने वाला आजाद भारत का पहला तिरंगा
मेरठ के नत्थे सिंह ने उसे सिला था. मेरठ के सुभाष नगर के रहने वाले नत्थे सिंह का साल 2019 में 94 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया. वह अंतिम जीवनकाल के आखिरी तक तिरंगा सिलाई का काम करते रहे।
मेरठ। भारत की आजादी का पहला बिगुल 10 मई 1857 को मेरठ की धरती पर बजा था। यहां से उठी 1857 की क्रांति चिंगारी ने ही देशवासियों में स्वतंत्रता की अलग जगाई और 15 अगस्त 1947 को 90 वर्षों के बाद आखिरकार स्वतंत्र भारत का सपना पूरा हुआ।लेकिन आपको शायद ही पता हो कि आजाद भारत में लाल किले पर फहराया गया खादी का पहला तिरंगा भी मेरठ के क्षेत्रीय गांधी आश्रम में बना था हालांकि इसका कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं मौजूद है।
मेरठ के नत्थे सिंह ने उसे सिला था। मेरठ के सुभाष नगर के रहने वाले नत्थे सिंह का साल 2019 में 94 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया। वह अंतिम जीवनकाल के आखिरी तक तिरंगा सिलाई का काम करते रहे।अब यह काम नत्थे सिंह के पुत्र रमेश चंद्र करते हैं।रमेश चंद्र के मुताबिक उनके पिता जी यह बताया करते थे कि दिल्ली से मेरठ नजदीक था, इसलिए लाल किले पर फहराने के लिए यहां से तिरंगा ले जाया गया था।
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